खसरा और रूबेला जागरूकता रैली: भूखे प्यासे बच्चों को बुला कर घंटों कराया इंतजार

यहां लोगों को खसरा और रूबेला जैसी बीमारियों के प्रभाव से जागरूक करने के लिए एक जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिसमें कई स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। रैली को जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर0 पी0 रावत ने बताया के खसरा और रूबेला जैसी बीमारियों से कैसे बचा जाये इस बारे मे हम सब को जागरूक होना ज़रूरी है। लोगों मे जनरूकता की अगर कोई कमी है तो उसे दूर किया जाएगा।

Update: 2018-11-23 14:39 GMT

शाहजहांपुर: यहां लोगों को खसरा और रूबेला जैसी बीमारियों के प्रभाव से जागरूक करने के लिए एक जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। जिसमें कई स्कूल के बच्चों ने भाग लिया। रैली को जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर0 पी0 रावत ने बताया के खसरा और रूबेला जैसी बीमारियों से कैसे बचा जाये इस बारे मे हम सब को जागरूक होना ज़रूरी है। लोगों मे जनरूकता की अगर कोई कमी है तो उसे दूर किया जाएगा।

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सभी कस्बों, तहसीलों और ग्रामीण क्षेत्रों मे जागरूकता अभियान चलाये जा रहे है। जिससे के लोग जागरूक हो और वो बढ़ चढ़ कर इस कार्यक्रम मे हिस्सा ले। और अपने ज़िले में 100% टीकाकरण कराये और खसरा रूबेला मिशन को कामयाब बनाए।

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अब हम आप को दिखाते है जागरूकता रैली की इस कहानी का दूसरा पहलू भी है। इस जागरूकता रैली मे शामिल हुये स्कूल के बच्चों के साथ आए शिक्षक रैली की बदइंतेजामी को देखकर काफी गुस्से मे दिखाई दिये। उनका साफ कहना है के स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने छोटे छोटे बच्चों को कई घंटे पहले बुला लिया। बच्चे भूखे प्यासे कई घंटों से रैली शुरू होने का इंतज़ार करते रहे। मगर अधिकारियों को बच्चों की कोई फिक्र नहीं। उनका मकसद सिर्फ रोड पर बच्चों को दौड़ा कर वाह-वाही लूटना है। किसी भी अधिकारी को इस बात की फिक्र ही नहीं के बच्चे कितने देर से इंतज़ार में खड़े है की कब उनको हरी झंडी दिखाई जाये और रैली रवाना की जाये। फिलहाल जहां स्वास्थ विभाग रैली को सफल बनाने के लिए बच्चों को बुला कर घंटों इंतजार करा रहा है। वहां बड़ा सवाल है कि क्या ऐसे सफल हो पाएगा मिशन रूबेला ये एक बड़ा सवाल है।

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर0 पी0 रावत ने बताया के खसरा और रूबेला जैसी बीमारियों से कैसे बचा जाये इस बारे मे हम सब को जागरूक होना ज़रूरी है। लोगों में जनरूकता की अगर कोई कमी है तो उसे दूर किया जाएगा।

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