जानिए कौन हैं बबिता चौहान - जिन्होंने महिला सुरक्षा को लेकर उठाया बड़ा कदम, हो रही चर्चा

Babita Chauhan : उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य महिला आयोग ने सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए दिशा-निर्देश प्रस्तावित किए हैं।

Newstrack :  Network
Update:2024-11-08 16:39 IST

Babita Chauhan : उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य महिला आयोग ने सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए नए दिशा-निर्देश प्रस्तावित किए हैं। जिसमें उन्होंने यह भी चर्चा किया कि पुरुष दर्जियों को महिलाओं का माप नहीं लेना चाहिए। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए जिम और योगा सेंटर में महिला ट्रेनर होना चाहिए। जिम और योगा सेंटर में डीवीआर सहित सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य किए जाएं। स्कूल की बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर होना चाहिए।

कौन हैं बबिता चौहान

उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता चौहान ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर ये कदम उठाया है। बबीता चौहान राजनीति के साथ ही समाजसेवा और स्वयंसेवी संगठनों के जरिए जनता से जुड़ी रहती हैं। ताजनगरी आगरा के हरिपर्वत की प्रोफेसर कॉलोनी की रहने वालीं बबिता चौहान भारतीय जनता पार्टी में कई अहम पदों की जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। उन्होंने राजनीति शास्त्र से एमए और एलएलबी किया है। वह खेरागढ़ के वार्ड 31 से जिला पंचायत सदस्य भी हैं। उन्होंने भाजपा के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में भी सक्रिय भूमिका निभायी थी।

इसके साथ ही साल 2022 के विधानसभा चुनाव में बबीता चौहान ने टूंडला विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी का कार्यभार भी निभाया। इसके बाद साल 2023 में उन्हें शिकोहाबाद नगर पालिका चुनाव में भी प्रभारी बनाया गया था। इस तरह बबीता चौहान को पार्टी नेतृत्व ने जो भी जिम्मेदारी सौंपी। उसे उन्होंने पूरी सक्रियता, मेहनत और निष्ठा के साथ पूरा किया। भाजपा नेत्री बबीता चौहान के पति जितेंद्र चौहान लायंस क्लब इंटरनेशनल में इंटरनेशनल डायरेक्टर हैं। उनके पति भी कई समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े हुए हैं।

समाजसेवा में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए बबीता चौहान और उनके पति जितेंद्र चौहान को कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। बबीता चौहान को समाजसेवा के कार्यों के लिए फ्रांस की यूनिवर्सिटी ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी है। भाजपा नेता बबीता चौहान आगरा के महापौर पद के लिए प्रयासरत थीं। लेकिन किसी कारणवष उन्हें टिकट नहीं मिल सका था। लेकिन बबीता चौहान को उनके संघर्षो के बाद पार्टी ने अहम जिम्मेदारी सौंपी है।

28 अक्टूबर को हुई थी बैठक

बता दें कि महिला आयोग द्वारा दिए गए सुझावों को लेकर 28 अक्टूबर को लखनऊ में बैठक हुई थी। जहाँ महिलाओं की सुरक्षा को लकेर महिला आयोग ने मंथन किया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मने तो उस बैठक में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर महिला आयोग ने कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए थे। बता दें कि महिला आयोग ने जो प्रस्ताव बैठक में पेश किये उसपर काम चल रहा है। जल्द ही उस पर निर्णय भी आ जायेगा। जैसे ही उनके द्वारा पेश किये गए प्रस्तावों को स्वीकृति मिलती है जमीनी स्तर पर काम के लिए सरकार के पास मसौदा भी भेज दिया जायेगा।

ये है प्रस्ताव

लखनऊ में हुई बैठक में महिला आयोग द्वारा जो प्रताव में पेश किया गया था उसमें कहा गया कि महिला जिम/योगा सेन्टर में, महिला ट्रेनर होना चाहिए तथा ट्रेनर एवं महिला जिम का सत्यापन अवश्य कर लिया जाये। महिला जिम/योगा सेन्टर में प्रवेश के समय अभ्यर्थी के आधार कार्ड/निर्वाचन कार्ड जैसे पहचान पत्र से सत्यापन कर उसकी छायाप्रति सुरक्षित रखी जाये। महिला जिम/योगा सेन्टर में डी.वी.आर. सहित सी.सी.टी.वी. सक्रिय दशा में होना अनिवार्य है।

विद्यालय के बस में महिला सुरक्षाकर्मी अथवा महिला टीचर का होना अनिवार्य है। नाट्य कला केन्द्रों में महिला डांस टीचर एवं डी.वी.आर सहित सक्रिय दशा में सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है। बुटीक सेन्टरों पर कपड़ों की नाप लेने हेतु महिला टेलर एवं सक्रिय सी.सी.टी.वी. का होना अनिवार्य है। जनपद की सभी शिक्षण संस्थाओं का सत्यापन होना चाहिये। कोचिंग सेन्टरों पर सक्रिय सी.सी.टी.वी. एवं वाशरूम आदि की व्यवस्था अनिवार्य है। महिलाओं से सम्बन्धित वस्त्र आदि की ब्रिकी की दुकानों पर महिला कर्मचारी का होना अनिवार्य है।

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