Kushinagar News: विवेचना में आरोपियों को लाभ पहुंचाने वाले दारोगा सहित चार पर केस दर्ज
Kushinagar News: अहिरौली थाना क्षेत्र के दारोगा जो विवेचना में सचिन से मिलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर आरोपियों को लाभ पहुंचने की कोशिश की और मनमानी भी की। पीड़ित ने सभी साक्ष्यों के साथ एसपी से मिलकर शिकायत की थी।
Kushinagar News: जांच के दौरान आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए विवेचक (जांचकर्ता) को सचिव से मिलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना महंगा पड़ गया। पुलिस ने इंस्पेक्टर और सचिव समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित ने सभी साक्ष्यों के साथ एसपी से मिलकर शिकायत की थी। एसपी ने दरोगा को निष्पक्ष कार्य करने का हिदायत दिया था। फिर भी दारोगा अपनी आदत से बाज नहीं आए। पीड़ित व्यक्ति कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर दरोगा राहुल राय, सचिव रवि यादव, अमरजीत यादव और उमाशंकर पर धोखाधड़ी अभिलेखों में हेरा फेरी समिति कई गंभीर धाराओं में अहरौली थाने में मुकदमा दर्ज हुआ।
क्या है पूरा मामला
कुशीनगर जनपद की हाटा तहसील के अहिरौली निवासी रामनरेश यादव लखनऊ हाई कोर्ट में अधिवक्ता है। गांव पर उनके पिता खदेरू रहते थे। वर्ष 2008 में खदेरू की मौत हो गई। गांव पर अधिवक्ता के रिश्तेदार अमरजीत भी उनके साथ रहा करते थे । पिता की मृत्यु के बाद रामनरेश ने खंड विकास कार्यालय जाकर सचिन से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करा लिया। रिश्तेदार अमरजीत ने 2012 में फर्जी अभिलेख तैयार कराकर करोड़ों की जमीन में बैनामा करा लिया।
जब इस फर्जीवाड़ी की जानकारी अधिवक्ता को हुई तो उसने रीना, ललिता, उमाशंकर और अमरजीत पर केस दर्ज कराई । इसकी विवेचना अहिरौली थाने पर तैनात दरोगा राहुल राय को मिली। अधिवक्ता ने 2008 में सचिव द्वारा जारी अपने पिता की मृत्यु प्रमाण पत्र और परिवार रजिस्टर की छाया प्रति विवेचक को उपलब्ध कराया साथी अपना बयान भी दर्ज कराया।
लेकिन आरोपियों को बचाने के चक्कर में दरोगा ने सचिन से मिलकर दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर विवेचना में शामिल किया। पीड़ित पक्ष ने इसकी शिकायत एसपी धवल कुमार जायसवाल से की थी। उनकी चेतावनी के बाद भी दरोगा की कार्यशैली में बदलाव नहीं आया तो पीड़ित पक्ष न्यायालय की शरण में गया जहां से हेरा फेरी करने वाली दोषियों पर केस दर्ज करने का आदेश मिला।