Kushinagar News: नेपाल से पानी छोडे़ जाने से रेता इलाके में तबाही
Kushinagar News: जनपद के खड्डा थाना क्षेत्र के रेता क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गांवों में नदी का पानी घुस गया है। ग्रामीण ऊंचे स्थानों पर मचान बनाकर शरण लिए हुए हैं।
Kushinagar News: नेपाल द्वारा बाल्मीकि गंडक बैराज से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण कुशीनगर जनपद के खड्डा थाना क्षेत्र के रेता क्षेत्र के लगभग आधा दर्जन गांवों में नदी का पानी घुस गया है। ग्रामीण ऊंचे स्थानों पर मचान बनाकर शरण लिए हुए हैं। रेस्क्यू टीम बाढ़ में फंसे लोगों को मदद कर रही है। स्थानीय विधायक विवेकानंद पांडेय जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, एसपी धवल कुमार जायसवाल सहित तमाम आला अफसर प्रभावित गांव का दौरा कर यथास्थिति की जानकारी ले रहे हैं।
उफना गई है गंडक नदी
कुशीनगर जनपद के उत्तरी सीमा में बहने वाली बड़ी गंडक नदी जिसे स्थानीय स्तर पर नारायणी नदी भी कहा जाता है। यह नदी नेपाल से निकलकर कुशीनगर होते हुए बिहार राज्य में बहती है। कुशीनगर में जलोढ़ मिट्टी क्षेत्र में बहने के कारण यह नदी मिट्टी का कटाव बहुत करती है। भारी बारिश और नेपाल द्वारा अधिक पानी छोड़े जाने से प्रतिवर्ष यह नदी जनपद में भारी तबाही में मचाती है। इस बार शनिवार से गंडक नदी में पानी बढ़ने लगा है।
नदी पार क्षेत्र के शिवपुर, मरिचहवा, हरिहरपुर, नारायणपुर, बसंतपुर, बकुलादह, बाल गोविंद छपरा ,विंध्याचल पुर मथुरा छपरा ,ज्वालापुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। लोग मचान या ऊंचे स्थान पर शरण लिए हुए हैं। लोगों के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो गया है। कई घरों से तो अनाज, कपड़ा और बर्तन बाढ़ में बह गए हैं। तहसील प्रशासन पूरी टीम के साथ स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
डीएम ने कम्युनिटी किचन सक्रिय करने का दिया निर्देश
कुशीनगर जनपद में बहने वाली बड़ी गंडक नदी में अचानक आई बाढ़ से प्रभावित गांवों के लोगों के लिए जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने सभी बाढ़ राहत शिविरों, शरणार्थी स्थल तथा कम्युनिटी किचन को सक्रिय करने का निर्देश दिया है। जिससे प्रभावित गांवों के लोगों को और सुविधा न हो साथ ही पशुओं के लिए भी उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी ग्राम वासियों से अपील किया है कि उचित और सुरक्षित स्थान पर ही ठहरे।