Kushinagar News: शिक्षा विभाग की लापरवाही, मालवाहक वाहन में जानवरों के तरह भरकर भेजी गई खेल प्रतियोगिता में भाग लेने आई छात्राएं
Kushinagar News: शिक्षा के मंदिर में गुरु बच्चों को तरह-तरह की शिक्षा देते हैं। छात्रों को यातायात के नियमों से लेकर सड़क पर चलने तक की हर बात सिखाई जाती है। इस नियम को ताक पर रखकर शिक्षकों ने ही आज ऐसा कृत्य कर दिया कि शिक्षा विभाग की खूब आलोचना हो रही है।
Kushinagar News: जिले के रामकोला कस्बे में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही देखने को मिली। खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लेने आई छात्राओं की जान से खिलवाड़ किया गया और उन्हें जानवरों की तरह पिकअप वाहन में भरकर घर भेज दिया गया। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली गरीब परिवारों की दो दर्जन से अधिक छात्राओं को पिकअप वाहन में भरकर घर भेजने का वीडियो वायरल हो रहा है। दूसरों को ज्ञान देने वाले शिक्षक खुद इन बच्चों की जान खतरे में डाल रहे हैं।
जिम्मेदारों ने छात्राओं की जीवन के साथ किया खिलवाड़
शिक्षा के मंदिर में गुरु बच्चों को तरह-तरह की शिक्षा देते हैं। छात्रों को यातायात के नियमों से लेकर सड़क पर चलने तक की हर बात सिखाई जाती है। इस नियम को ताक पर रखकर शिक्षकों ने ही आज ऐसा कृत्य कर दिया कि शिक्षा विभाग की खूब आलोचना हो रही है। रामकोला नगर पंचायत के कस्बा रोड स्थित पुराने बीआरसी कार्यालय परिसर के मैदान में ब्लाक स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने आई छात्राओं को मालवाहक वाहन में लादकर उनके घर भेजे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। खेलकूद प्रतियोगिता में शामिल होने आई छात्राओं की जान से शिक्षा विभाग ने खिलवाड़ किया है।
मंगलवार को रामकोला नगर के कस्बा स्थित पुराने बीआरसी परिसर में ब्लाक स्तरीय बेसिक बाल खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसमें रामकोला ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों की छात्राओं ने भाग लिया। खेलकूद प्रतियोगिता के बाद जिम्मेदारों ने बड़ी संख्या में छात्राओं को मालवाहक वाहन पर जानवरों की तरह लादकर उनके घर भेज दिया। रास्ते में किसी ने वीडियो व फोटो बनाकर वायरल कर दिया। छात्राएं बरवा महादेव के जूनियर हाईस्कूल की बताई जा रही हैं। हालांकि दो साल पहले हुए हादसे के बाद सरकार ने ट्राली, ट्रैक्टर और माल ढोने वाले वाहनों पर सवारियों के बैठने पर रोक लगा दी थी। तब जिम्मेदारों ने बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हुए उन्हें माल ढोने वाले पिकअप वाहन पर जानवरों की तरह लादकर उनके घर भेज दिया। इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी रामकोला ने बताया कि जिस स्थान पर खेल खेला जा रहा था, वह वहीं पर थे और बच्चे वहां कैसे गए, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।