Kushinagar News: साइबर अपराध के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड व जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश

Kushinagar News: थाना तरया सुजान व साइबर थाने की संयुक्त टीम ने भोले भाले लोगों को अपने झांसे मे लेकर तथा धोखाधड़ी से साइबर फ्रॉड कर फर्जी आधार कार्ड व जन्मप्रमाण पत्र बनाने वालों को गिरफ्तार किया है।

Update:2024-06-24 16:47 IST

पुलिस गिरफ्त में आरोपी। Photo- Newstrack

Kushinagar News: थाना तरया सुजान व साइबर थाने की संयुक्त टीम ने भोले भाले लोगों को अपने झांसे मे लेकर तथा धोखाधड़ी से साइबर फ्रॉड कर फर्जी आधार कार्ड व जन्मप्रमाण पत्र बनाने वालों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अन्तर्राज्यीय साइबर अपराधी गैंग के सदस्यों को चेकिंग के दौरान अहिरौलीदान तिराहे के आगे बन्धे पर पीपल के वृक्ष के पास से धर दबोचा। आरोपियों के पास से 100500 रुपये व साइबर अपराध में प्रयुक्त दो लैपटाप, 6 अदद कूटरचित जन्म प्रमाण पत्र, 10 अदद फर्जी एयरटेल टेलीकॉम कम्पन्नी के सिम, 10 अदद कूटरचित मोहरे, एक अदद मोटरसाईकिल हीरो स्पेण्डर आदि सामान भी बरामद किया है। आरोपियों की निशानदेही पर अभियुक्त रोहित कुमार सिंह के बने कटरैन के घर से साइबर अपराध में प्रयुक्त कम्प्यूटर के पार्ट व फर्जी दस्तावेज भी पुलिस ने जब्त किए हैं। आरोपियों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई में जुट गई है।

इनकी हुई गिरफ्तारी 

गिरफ्तार अभियुक्तों में कुशीनगर जनपद के तरयसुजान थाना क्षेत्र के बांक खास निवासी रोहित कुमार सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह, इसी थाना क्षेत्र के सिसवा अव्वल के मुकेश सैनी पुत्र पारस सैनी और बिहार राज्य के गोपाल गंज जनपद के गोपालपुर थाना क्षेत्र के विकास कुमार, सेमरा बाजार निवासी श्रीवास्तव पुत्र स्व सुशील नाथ श्रीवास्तव है। इन आरोपियों पर तरया सुजान थाने में मु0अ0सं0 208/2024 धारा420/467/468/471/120बी भादवि व 66 (सी व डी) आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

ऐसे करते थे अपराध

 आरोपियों से बरामद सामान। Photo- Newstrack 

पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि बिहार प्रान्त के भोरे थाना क्षेत्र का रहने वाला नीरज प्रसाद व झारखण्ड प्रान्त का रहने वाला डाकघर कर्मचारी दीपक कुमार इस गिरोह में मिलकर काम करते हैं। गिरोह का सदस्य नीरज अपने आधार इनरोलमेंट पर दीपक कुमार की आईडी द्वारा काम करता है। विदित है कि लोगों के आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया सरकारी तौर पर भारतीय डाकघर द्वारा भी होती है। ये लोग भिन्न- भिन्न सरकारी कर्मचारी की आईडी प्रयोग करते हैं। ये लोग विभिन्न राज्यों के विभिन्न जिलों में सरकार द्वारा आंवटित आईडी का भी प्रयोग साइबर फ्राड के लिए करते हैं। इनके द्वारा साइबर फर्जीवाड़ा एवं अपराधिक कृत्य कर अब तक 500 (पांच सौ) से ऊपर कूटरचित फर्जी आधार कार्ड/जन्मप्रमाण पत्र बनाए जा चुके हैं। आरोपी इससे लाखो रुपये का अवैध धन अर्जित कर चुके हैं। यह साइबर गैंग ऐसे स्थानों को चिन्हित करते है जहां पर आधार बनाने वाली सरकारी संस्थायें काफी दूर स्थित होती हैं। दूर न जाना पड़े इसलिए जनता के भोले-भाले लोग परेशानियों से बचने के लिए आधार कार्ड बनाने के लिए इन्ही के यहा बांकखास में भीड़ लगाकर इनके द्वारा दिये गये लालच में आकर जन्मप्रमाण पत्र व आधार कार्ड में जन्मतिथि व समय बदलवाकर प्रमाण पत्र कई गुना रुपया लेकर बनाकर देते हैं । ये लोग कूटरचित व फर्जी अस्पतालों का नाम जहां पर उस व्यक्ति का जन्म हुआ है वो भी फर्जी डेटा अस्पताल के नाम सहित समय व तिथि को एडिट कर देते हैं।

वेबसाइट पर फीड करते थे फर्जी डाटा

पुलिस के अनुसार, ये लोग viewcert.colud/index.php/auth/dashboard/index.php वेबसाइट पर लॉगिन कर किसी भी व्यक्ति की आवश्यकता अनुसार फर्जी लागिन आईडी और पासवर्ड दर्ज कर फर्जी डेटा फीड कर देते हैं और क्यूआर कोड आटोमेटिक जनरेट हो जाता है। इसी कूटरचित जन्मप्रमाण पत्र का प्रयोग कर उक्त आधार इनरोलमेन्ट नम्बर तैयार कर तुरन्त दे देते हैं। इनरोलमेन्ट के 72 घण्टे बाद आधार जनरेट होता है परन्तु इस गैंग द्वारा इलेक्ट्रानिक उपकारणों में छेड़छाड़ कर 72 घण्टे से पहले ही डेटा को सिंक कर दिया जाता है जिससे भोले- भाले लोगों को थोड़े ही देर में वह व्यक्ति आसानी से बिना देर किये अपनी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मनचाही जन्मतिथि पर आधार कार्ड प्राप्त करा देता है। इससे ये लोग काफी अधिक धन अर्जित करते हैं तथा फर्जीवाड़ा द्वारा अर्जित अवैध धन का बंटवारा कर लेते है।

इन लोगों ने किया गिरफ्तार

अभियुक्तों को गिरफ्तार एवं सामग्री बरामद करने वाली टीम में तरया थाना प्रभारी आशुतोष सिंह, साईबर थाना जनपद कुशीनगर प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पंत, तरया सुजान थाना के वरिष्ठ उप निरीक्षक श्याम लाल निषाद, उप निरीक्षक रणविजय सिंह, उप निरीक्षक मृत्युजय सिंह, उप निरीक्षक आलोक कुमार सिंह, कांस्टेबल प्रशान्त मिश्रा, मनोज कुमार, अवनीश सिंह, श्रीकृष्ण मौर्य, अखिलेश कुमार गुप्ता, अमित गुप्ता साईबर सेल एवं सुनील यादव शामिल रहे। 

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