Kushinagar: मिड डे मील का एक बोरा चावल घर ले जा रहे हेड मास्टर का वीडियो वायरल

Kushinagar: प्राध्यापक द्वारा चावल ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग तरह-तरह का कमेंट के साथ कार्यवाही की मांग कर रहे हैं।

Update:2024-10-20 11:29 IST

मिड डे मील का चावल घर ले जा रहे हेड मास्टर का वीडियो वायरल (न्यूजट्रैक)

Kushinagar News: जनपद के पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र के पटेरा मंगलपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर द्वारा अपनी मोटरसाइकिल पर स्कूल से मिड डे मिल का एक बोरा चावल लाद कर घर ले जाते समय ग्राम प्रधान ने पड़कर पुलिस को सौंप दिया। प्राध्यापक द्वारा चावल ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। लोग तरह-तरह का कमेंट के साथ कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। वीडियो में हेड मास्टर और ग्राम प्रधान के बीच हो रही कहा सुनी में हेड मास्टर मिड डे मील का चावल स्वीकारते हुए कह रहे हैं कि स्कूल में चोरी के डर से चावल घर ले जा रहा हूं। पुलिस ने दोनों की बातें सुनकर हेड मास्टर को छोड़ दिया और कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी की जांच के बात करवाई होगी।

ग्राम प्रधान ने बाइक से पीछा कर हेड मास्टर को पकड़ा

पडरौना कोतवाली थाना क्षेत्र की पटेरा मंगलपुर के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शनिवार को स्कूल बंद होने के बाद मोटरसाइकिल पर स्कूल से एक बोरा चावल जो मिड डे मील के लिए रखा गया था लाद कर घर ले जा रहे थे। किसी ने इसकी सूचना ग्राम प्रधान को दे दी। ग्राम प्रधान ने बाइक से पीछा कर हेड मास्टर को पकड़ लिए। चावल को लेकर हेड मास्टर और प्रधान में बहस होने लगी। हेड मास्टर का कहना है कि स्कूल में चोरी के डर से राशन घर ले जा रहे हैं। जबकि प्रधान का कहना है कि आज तक कभी भी विद्यालय में चोरी नहीं हुआ है। प्रधान का यह भी कहना था की चोरी का इतना डर है तो हमारे घर रखने और उसकी सुरक्षा मैं करता।

वीडियो में हेड मास्टर द्वारा बार-बार यह कहा जा रहा है की चोरी स्कूल में होती रही हैं तो प्रधान बार-बार यही कह रहे हैं कि कभी चोरी हुआ है तो तहरीर की कॉपी दिखाइए। इस पर हेड मास्टर के पास कोई जवाब नहीं रहा । मामला खंड शिक्षा अधिकारी तक पहुंचा है अब देखना है कि शिक्षा विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है। वैसे बताते चलें कि कुशीनगर जनपद में मिड डे मील की हालत बहुत अच्छी नहीं है। अभी भी मीनू के अनुसार अधिकतर स्कूलों में भोजन नहीं बनता है। दाल पीठा जो कहीं मीनू में नहीं है फिर भी स्कूलों में दाल पीठा बनाकर कोरम पूर्ति की जाती है। बच्चों के खाने के राशन से कटौती करना उनके मूल अधिकार का हनन किया जा रहा है।

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