Kushinagar: ग्रामीणों ने लगाया बोर्ड, रोड नही तो वोट नहीं, चुनाव बहिष्कार करने का लिया निर्णय
Kushinagar News: जनपद के दुदही विकास खंड के बांसगांव के कमील टोला से कोदई टोला तक सड़क खराब है। आने जाने वालों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता। देवरिया संसदीय क्षेत्र सीमा के दूरस्थ गांव है। सड़क जर्जर होने से गुस्सायें ग्रामीणों ने बोर्ड लगाकर आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का निर्णय लिया है।
Kushinagar News: सरकार देश प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा रही है। जागरूक जन प्रतिनिधि अपने क्षेत्रों में सड़कें लगातार बनवा रहे हैं। जनपद में अभी भी कई इलाकों में सड़कें कच्ची है तथा पक्की सड़कें जर्जर हालत में है। ऐसा ही एक नजारा कुशीनगर जनपद के दुदही विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बासगांव के कोदई टोला में देखने को मिला। जहां संपर्क मार्ग उपेक्षित होने के कारण जर्जर गढ्ढों में तब्दील हो चुका है। यह गांव देवरिया संसदीय क्षेत्र से में पढ़ता है। ग्रामीण गुहार लगाते थक हार कर सम्पर्क मार्ग पर बोर्ड लगा दिया है। बोर्ड पर लिखा है कि रोड नहीं तो वोट नहीं। अभी तो यह झांकी पानी मुद्दा बाकी है।
आगामी लोकसभा सभा चुनाव का ग्रामीण करेंगे बहिष्कार
जनपद के दुदही विकास खंड के बांसगांव के कमील टोला से कोदई टोला तक सड़क खराब है। आने जाने वालों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता। देवरिया संसदीय क्षेत्र सीमा के दूरस्थ गांव है। सड़क जर्जर होने से गुस्सायें ग्रामीणों ने बोर्ड लगाकर आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का निर्णय लिया है। मंगलवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर रोड नही तो वोट नहीं का नारा लगाया। ग्रामीणों ने बताया कि चुनाव के समय नेता वोट मांगने आते और सभी लुभावने वादे कर चले जाते हैं लेकिन जीतने के बाद सभी मुद्दे भूल जाते हैं। इसलिए हम लोग निर्णय लिये है कि इस लोक सभा चुनाव का बहिष्कार करें। ताकि नेताओं को सबक मिले।
वादा नहीं अब कार्य चाहिए
ग्रामीणों का कहना है गांव का संपर्क मार्ग पिछले कई सालों से उपेक्षा की मार झेल रहा है। वर्षो पहले यह सड़क खड़ंजा कराया गया था। आज का हालत यह है कि सड़क जर्जर गड्ढे में तब्दील हो चुका है। सड़क बनवाने को लेकर जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन किसी के कान पर जू नहीं रेंगता है। सड़क खराब होने से राहगीर दुश्वारियां झेल रहे हैं। आये दिन बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं। चुनाव बहिष्कार बोर्ड पर ग्रामीणों का दर्द साफ झलक रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वादा नहीं अब कार्य चाहिए।