कानपुर: बैंकों की लापरवाही और काम करने के तरीके से परेशान आम आदमी की शिकायतें तो आम हैं। लेकिन एक महिला ने इसके खिलाफ संघर्ष किया और जीत हासिल की। हालांकि, उसे यह जीत खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने दिलाई। बैंक से लड़ाई हार चुकी महिला को पीएमओ के दखल पर न्याय मिला। दिलचस्प बात ये है की यह लड़ाई 200 रुपए की थी। महिला को 66 पैसे ब्याज भी मिला।
क्या था मामला?
-कल्याणपुर थाना के इंद्रा नगर में गृहणी चंद्रा मिश्र रहती हैं।
-चंद्रा ने दिसंबर 2015 में 4 लाख के एक्सीडेंटल इंश्योरेंस को रि-न्यू कराने के लिए 200 रुपए जमा कराए थे।
-साथ ही अपने पति के 20 लाख के एक्सीडेंटल इंश्योरेंस को भी रि-न्यू करवाया।
-बैंक ने गलती से पति के 20 लाख रुपए के इंश्योरेंस के 200 रुपए लिए थे।
-जबकि 20 लाख के इंश्योरेंस में 1000 रुपए देना होता है।
चार दिन में ही PMO से आई चिट्ठी
-चंद्रा के बताने पर बैंक ने गलती मानी और 1000 रुपए लेकर पति की पालिसी को री-न्यू कर दिया।
-इस तरह बैंक ने 1000 की जगह 1200 रुपए ले लिए।
-जब पहले जमा किए 200 रुपए मांगे तो बैंक चक्कर लगवाने लगा।
-थक कर चंद्रा ने बैंक के डीजीएम और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा।
-बैंक से कोई जवाब नहीं मिला लेकिन चार दिन में ही पीएमओ से कार्यवाही का पत्र आ गया।
66 पैसे ब्याज भी मिले
-पीएमओ के पत्र के बाद बैंक में मचा हड़कंप।
-बैंक ने कार्यवाही करते हुए 200 रुपए और ब्याज के 66 पैसे भी वापस कर दिए।
-इस बात की जानकारी बैंक ने पत्र लिखकर पीड़ित परिवार को दी।
-कार्रवाई के बाद महिला ने पीएम को धन्यवाद दिया।