Lakhimpur Kheri: तेंदुए के हमले में बाल-बाल बचा 6 साल का मासूम, घर के बाहर सोते समय किया हमला
Lakhimpur Kheri: वन क्षेत्राधिकारी धौरहरा गजेन्द्र सिंह यादव ने बताया, कि निशान ट्रेस करने पर जंगली जानवर तेंदुआ साबित हो रहा है।मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक सहायता भी बैंक खाते में भेजी जाएगी।
Lakhimpur Kheri Leopard Attack : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी जिले (Lakhimpur Kheri District) के धौरहरा वन क्षेत्र के एक गांव में तेंदुए के हमले में एक बच्चे की जान जाते-जाते बची। दरअसल, हिंसक जंगली जानवर ने सोमवार देर रात सोते समय बच्चे पर हमला बोल दिया था।
तेंदुए के हमले के बाद परिजन उसे आनन-फानन में मिहीपुरवा सीएचसी लेकर गए। घायल बच्चे की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है। वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार, हमला करने वाला जंगली जानवर तेंदुआ ही था।
क्या है घटना?
लखीमपुर खीरी जिले के वन क्षेत्र धौरहरा के ग्राम पंचायत ओझा पुरवा के मजरा गडरियन पुरवा निवासी नंदपाल का 6 वर्षीय बेटा कुलदीप घर के बहार सो रहा था। इसी दौरान तेंदुए ने हमला बोल दिया। जंगली जानवर के हमले से घायल बच्चे को परिजन तुरंत सीएचसी मिहीपुरवा (बहराईच) लेकर गए। सूचना मिलने पर ईसानगर पुलिस व वन विभाग की टीम लोकेशन ट्रेस कर जंगली जानवर के तेंदुआ होने की पुष्टि की। फिलहाल घायल बच्चा अब खतरे से बाहर है।
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद वन क्षेत्राधिकारी धौरहरा गजेन्द्र सिंह यादव ने बताया, कि 'निशान ट्रेस करने पर जंगली जानवर तेंदुआ साबित हो रहा है। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आर्थिक सहायता भी बैंक खाते में भेजी जाएगी।