देश में हर तरफ रामनवमी की धूम, रामलला के दर्शन के लिए उमड़े भक्त

Update: 2016-04-15 03:33 GMT

अयोध्या: जेहिं दिन राम जनम श्रुति गावहिं तीरथ सकल तहां चली आवहिं...पूरे देश में धूमधाम से रामनवमी मनाई जा रही है। मंदिरों में सुबह से ही भक्त रामलला के दर्शन करने के लिए लंबी-लंबी कतारों में लगे हुए हैं। राम जन्मोत्सव पर अयोध्या नगरी खास तौर पर सजाया गया है, क्योंकि भगवान राम का जन्म यहीं हुआ था। यहां चैत्र रामनवमी मेले का उत्साह आज चरम पर है। तड़के सुबह चार बजे से ही अयोध्या के सरयू तट पर लाखों की संख्या में भक्तों ने नदी में डुबकी लगाई।

क्या है सरयू नदी की मान्यता ?

ऐसी धार्मिक मान्यता है कि चैत्र मास की रामनवमी पर अयोध्या की सरयू नदी में स्नान का विशेष महत्व है। कहा जाता है जब दुनिया का पाप धोते-धोते तीर्थराज प्रयाग मैले-कुचले और काले हो गए थे तब वह रामनवमी के मौके पर एक घोड़ें पर सवार होकर अयोध्या आए थे। वो अपने घोड़े के साथ ही सरयू नदी में उतर गए थे। जब वह बाहर निकले तो उनका वह और उनका घोड़ा काले से सफेद हो चुका था। यही वजह है कि रामनवमी पर भक्त अयोध्या आकर इस पवित्र नदी में डुबकी जरूर लगाते हैं।

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20 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या में मौजूद

चैत्र रामनवमी के मौके पर अयोध्या में देश के कोने-कोने से भक्त आते हैं। अब तक करीब बीस लाख से ज्यादा श्रद्धालु यहां पहुंच चुके हैं। सरयू नदी में स्नान के बाद अयोध्या के प्रमुख मंदिरो में दर्शन और पूजन कर रहे हैं। इस मौके पर इन मंदिरों में उत्सव जैसा माहौल है। जन्मोत्सव के मौके पर बधाई गीत गाए जा रहे हैं।

क्यों खास है यह रामनवमी ?

हिंदू धर्म में रामनवमी का खास महत्व है, लेकिन पुष्य नक्षत्र के साथ-साथ बुधादित्य योग का विशेष संयोग बनने से ये और भी खास बन गई है। चैत्र और शारदीय नवरात्र के नौवें दिन रामनवमी मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने से विशेष पुण्य मिलता है। पीएम मोदी ने भी देशवासियों को रामनवमी की हार्दिक बधाई दी।

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