Raja Bhaiya: अमित शाह से मिले राजा भैया, जानिए क्या हो सकते हैं इस मुलाकात के मायने!

Raja Bhaiya Meeting With Amit Shah: बेंगलुरू में हुई इस मुलाकात के अब कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। क्षत्रिय समाज की नाराजगी दूर करने को भी इसके पीछे देखा जा रहा है।

Update:2024-05-05 12:52 IST

Raja Bhaiya Meeting with Amit Shah (Photo: Social Media)

Raja Bhaiya Meeting with Shah: यूपी के बाहुबली नेता और कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बेंगलुरू में मुलाकात की है। दोनों के बीच हुई इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। यह मुलाकात 3 मई को हुई। इस मुलाकात की पुष्टि खुद राजा भैया ने की है। राजा भैया की यह मुलाकात बैंगलुरु के एक मित्र के जरिए हुई है। ये भी पता चला है कि जल्द ही दूसरे राउंड की भी मुलाकात होने वाली है। इस मुलाकात के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।

कहीं इसलिए तो नहीं हुई यह मुलाकात

यूपी में क्षत्रिय वर्ग भाजपा से नाराज चल रहा है। भाजपा के फायरब्रांड लीडर और सरधना से पूर्व विधायक संगीत सोम ने मुजफ्फरनगर से बीजेपी प्रत्याशी संजीव बालियान का विरोध कर रहे। पश्चिमी यूपी में क्षत्रिय समाज भाजपा के खिलाफ था, इसको मनाने की काफी कोशिशे की गईं तो वहीं अब पूर्वी यूपी में क्षत्रिय समाज को भाजपा साधने में लगी है। राजा भैया का अपने समाज में खासा प्रभाव है। इस हिसाब से भी अमित शाह से राजा भैया की मुलाकात अहम मानी जा रही है।

बीजेपी ने अयोध्या और कैसरगंज, गोंडा समेत 13 सीटों पर क्षत्रियों को अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में राजा भैया की यह मुकालाक राजनीतिक हलको में चर्चा बन गई है। भाजपा क्षत्रिय समाज को नाराज नहीं करता चाहती है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि राजा भैया चाहते थे कि इनकी पार्टी के नेता शैलेंद्र कुमार लोकसभा का चुनाव लड़े और बीजेपी उनका साथ दे पर ये नहीं हो पाया। बीजेपी ने वर्तमान सांसद विनोद सोनकर को ही टिकट दिया है।

योगी सरकार की कर चुके हैं तारीफ

इसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी से भी इस फॉर्मूले को लेकर संपर्क किया, लेकिन बात नहीं बनी। अखिलेश यादव ने पार्टी के सीनियर लीडर इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेन्द्र सरोज को टिकट दे दिया है। दरअसल, राम मंदिर से लेकर कई मुद्दों पर राजा भैया बीजेपी का समर्थन करते रहे हैं। विधानसभा के अंदर भी राजा भैया बीजेपी और योगी सरकार की नीतियों की तारीफ कर चुके हैं। राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल के यूपी में दो विधायक हैं। प्रतापगढ़ और कौशांबी लोकसभा सीटों पर उनका प्रभाव हैं।

2018 तक वे अखिलेश यादव के साथ थे

साल 2018 और फिर इस साल हुए राज्य सभा चुनावों में उनकी पार्टी ने बीजेपी के लिए वोट किया था। पहले वे समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के साथ हुआ करते थे। 2018 तक वे अखिलेश यादव के साथ थे। तब समाजवादी पार्टी और बीएसपी का गठबंधन था।

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