आजम की पैरोल के लिए नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष से लगाई गुहार

राम गोविंद चौधरी ने कहा है कि आजम खान सपा से सांसद है और उनकी पत्नी तजीन फातिमा सपा विधायक हैं । चौधरी ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष होने के कारण वह विधायकों के संरक्षक है इसलिए सपा विधायक तंजीम फातिमा को पैरोल दी जाए।

Update: 2020-05-20 10:44 GMT

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित को पत्र लिख कर सीतापुर जेल में बंद सपा सांसद आजम खान के परिवार को पैरोल दिए जाने का अनुरोध किया है।

राम गोविंद चौधरी ने कहा है कि आजम खान सपा से सांसद है और उनकी पत्नी तजीन फातिमा सपा विधायक हैं । चौधरी ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष होने के कारण वह विधायकों के संरक्षक है इसलिए सपा विधायक तंजीम फातिमा को पैरोल दी जाए। उन्होंने कहा है कि ईद का त्यौहार आ रहा है और आजम खान की तबियत खराब है, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा के फ्रैक्चर भी हो गया है, लिहाजा उन्हें पैरोल दी जाए।

जेल में आजम खां, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला के साथ दुर्व्यवहार

बता दें कि इसस पहले बीते सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की भाजपा सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि सीतापुर की जेल में सपा सांसद आजम खां, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा और बेटे अब्दुल्ला के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। उन्होंने कहा है कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार अपनी संकीर्ण मानसिकता के चलते रमजान के पवित्र महीने में भी वह इबादत और रोजे की फर्ज अदायगी में बाधा डालने में भाजपा को कोई संकोच नहीं है।

अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार की यह हठधर्मिता है

सपा अध्यक्ष ने कहा कि सपा सांसद आजम खां अस्वस्थ हैं और रामपुर से विधायक उनकी पत्नी तंजीम फातिमा बीते शनिवार को फिसलकर चोटिल हो गई। उनका हाथ टूट गया है। अस्वस्थ होने के बावजूद उन्हे ठीक से उचित चिकित्सा व्यवस्था नहीं दी जा रही है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार की यह हठधर्मिता है कि मानवीय मूल्यों के पालन से भी वह गुरेज कर रही है।

विपक्ष के प्रति सम्मान भावना की अवहेलना

सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार को संविधान के प्रति निष्ठा नहीं है। देश का संविधान हर नागरिक को अपने धार्मिक फर्ज की अदायगी की गारंटी देता है। पूर्व में भाजपा सरकार से मांग भी की गई थी कि रमजान में मोहम्मद आजम खां और उनके परिवारीजनों को जेल से रिहाकर उन्हें रोजे रखने और इबादत का अवसर देना चाहिए। भाजपा सरकार अपने आचरण से लोकतांत्रिक मान्यताओं और विपक्ष के प्रति सम्मान भावना की अवहेलना कर अनैतिक आचरण कर रही है।

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