यूपी में खतरा टला: टिड्डी दलों की प्रदेश से रवानगी, अब यहां करेंगे हमला

प्रदेश में टिड्डी दलों के प्रकोप से हुए नुकसान एवं उन पर नियंत्रण के लिए टिड्डी दलों के प्रवास वाले जनपदों में भ्रमण करने को कहा है। इसके लिए कहा गया है कि टिड्डी दलों पर नियंत्रण कार्य में सभी संबंधित विभागों को सहयोग संबंधी औपचारिक आदेश जारी किए जाएं।

Update: 2020-07-14 14:49 GMT

श्रीधर अग्निहोत्री

लखनऊ: प्रदेश में टिड्डी दलों के प्रकोप से हुए नुकसान एवं उन पर नियंत्रण के लिए टिड्डी दलों के प्रवास वाले जनपदों में भ्रमण करने को कहा है। इसके लिए कहा गया है कि टिड्डी दलों पर नियंत्रण कार्य में सभी संबंधित विभागों को सहयोग संबंधी औपचारिक आदेश जारी किए जाएं।

कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने टिड्डी दल के खतरे को लेकर बैठक

कृषि मंत्री उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री, सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रदेश में 57 जनपदों में टिड्डी दल का आगमन हुआ है, किन्तु टिड्डी दलों द्वारा मात्र 36 जनपदों में ही प्रवास किया गया। कृषि विभाग की टीमें टिड्डी दलों पर लगातार निगरानी कर रही हैं। रात्रि प्रवास की स्थिति में टिड्डी दलों को नियंत्रित करने के लिए ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स, पावर स्प्रेयर्स, नगर निगम के छिड़काव यंत्रों, अग्निशमन विभाग की गाड़ियों से रक्षा रसायनों का स्प्रे कर इन्हें समाप्त करने की कार्यवाही की जा रही है।

5400 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स कृषि विभाग के पास

कृषि विभाग के पास लगभग 5400 ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स उप्लब्ध हैं, जबकि 1777 अतिरिक्त ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रेयर्स की मांग की गई है। चीनी मिलों एवं गन्ना विभाग के पास 29744 छिड़काव यंत्र एवं 840 गाड़ियां अग्निशमन विभाग के पास उपलब्ध हैं। टिड्डी दलों को समाप्त किये जाने में अग्निशमन विभाग द्वारा काफी सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

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अग्निशमन विभाग के सहयोग की प्रशंसा

कृषि मंत्री ने अग्निशमन विभाग के इस सहयोग की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पेड़ों एवं ऊँचे स्थानों पर टिड्डी दलों के प्रवास के दौरान उन्हें समाप्त करने में अग्निशमन विभाग की गाड़ियों का विशेष योगदान है।

बिहार और नेपाल गए टिड्डी दल फिर नहीं लौटें

अपर मुख्य सचिव कृषि, डॉ देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि टिड्डी दलों के प्रकोप से बचाव के लिए के गांव स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुछ टिड्डी दल बिहार एवं नेपाल की ओर चले गए है, जिनकी वापसी की कोई सूचना नही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे जनपदों जहां टिड्डी दलों ने प्रवास किया है, वहां के पीपीओ अपने- अपने जनपदों का निरन्तर निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कर लें कि टिड्डी दलों ने प्रवास के दौरान प्रजनन नहीं किया है।

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