Loksabha Election 2024: अंतिम चरण में प्रधानमंत्री सहित इन दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद
Loksabha Election 2024: इस बार जीत का मार्जिन कितना होगा। पीएम मोदी यहां से 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव जीते थे। यह उनका यहां से तीसरा चुनाव है।
Loksabha Election 2024: 2024 लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान देश की 57 सीटों पर शनिवार को संपन्न हो गया। इस चरण में यूपी की 13 सीटों पर भी वोट डाले गए। प्रदेश की इन 13 सीटों पर पीएम मोदी सहित कई दिग्गज मैदान में हैं जिनकी किस्मत अब ईवीएम में कैद हो गई है। अब इसका फैसला 4 जून को मतगणना के बाद ही होगा। आइए जानते हैं सातवें चरण में कौन कहां से था मौदान में-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव में काशी यानी वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं। पीएम मोदी तीसरी बार यहां से लोकसभा का चुनाव लड़े हैं। पीएम मोदी के सामने विपक्ष ने कांग्रेस के यूपी अध्यक्ष अजय राय को मैदान में उतारा है। जानकारों कीह माने तो वाराणसी से पीएम मोदी का जीतना तय है। यहां हार जीत की बात नहीं हैं यहां तो यह है कि इस बार जीत का मार्जिन कितना होगा। पीएम मोदी यहां से 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव जीते थे। यह उनका यहां से तीसरा चुनाव है।
अनुप्रिया पटेल-मिर्जापुर
केंद्रीय मंत्री और एनडीए में शामिल अपना दल की प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। यह उनका तीसरा चुनाव है। इससे पहले वे यहां से 2014 और 2019 में लोकसभा का चुनाव जीत चुकी हैं। अब उनकी भी किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है। अब उनके भाग्य का फैसला चार जून को मतगणना के बाद ही होगा।
अफजाल अंसारी- गाजीपुर
गाजीपुर का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प हो गया है। यहां से सपा ने अफजाल अंसारी को अपना प्रत्याशी बनाया है। अफजाल का मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी से है। अफजाल अंसारी ने 2019 का चुनाव यहां से जीता था। वे इस बार फिर मैदान में हैं। पिछले दिनों अफजाल के भाई मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में मौत हो गई थी उसको लेकर भी यहां खुब सियासत गरमाई थी। चुनाव में भी मुख्तार की मौत का ममला यहां हावी होता दिखा।
अरविंद राजभर-घोषी
सुभासपा के अरविंद राजभर यहां से एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी हैं। बेटे को जिताने के लिए कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। यहां पीएम मोदी ने अरविंद के पक्ष में एक रैली को भी संबोधित किया था। अरविंद के साथ ही उनके पिता ओपी राजभर की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
महेंद्र नाथ पांडेय-चंदौली
चंदौली से तीसरी बार अपनी किस्मत आजमा रहे केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय की किस्मत भी अब ईवीएम में बंद हो गई है। अब उनके भी भाग्य का फैसला चार जून को होगा। महेंद्र नाथ पांडेय यहां से 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव जीते थे। यह यहां से उनका तीसरा चुनाव है। इस बार यहां का चुनाव आसान नहीं था यहां से सपा प्रत्याशी ने मजबूती से चुनाव लड़ा। यहां पर मुकाबला भाजपा और सपा के बीच ही देखा गया। अब किसके सिर पर बंधेगा सेहरा यह तो चार जून मतगणना के बाद ही पता चल सकेगा।
नीरज शेखर-बलिया
बलिया से भाजपा उम्मीदवार नीरज शेखर मजबूती से चुनाव लड़े। यहां उनका मुकाबला सपा के सनातन पांडेय से है। लेकिन यहां पर चुनाव से कुछ दिन पहले ही भाजपा ने सपा के कद्दावर नेता नारद राय को अपने पाले में मिला लिया।
रवि किशन-गोरखपुर
रवि किशन गोरखपुर से भाजपा के उम्मीदवार हैं। वे यहां से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। गोरखपुर सीट से योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा जुड़ी है। यहां से भाजपा को हराना वैसे तो आसान नहीं है। लेकिन यह तो मतगणना के बाद ही पता चल पाएगा कि कौन यहां से लोकसभा पहुंचेगा।