गुस्साए किसानों ने किया चक्का जाम, हाईवे पर लगी वाहनों की लंबी लाइन

गन्ना मूल्य ना बढ़ाए जाने और किसानों की अन्य समस्याओं के विरोध में भारतीय किसान यूनियन द्वारा आहूत चक्का जाम को लेकर कार्यकर्ता मेरठ मंडल में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

Update: 2019-12-11 10:31 GMT

मेरठ: गन्ना मूल्य ना बढ़ाए जाने और किसानों की अन्य समस्याओं के विरोध में भारतीय किसान यूनियन द्वारा आहूत चक्का जाम को लेकर कार्यकर्ता मेरठ मंडल में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के आंदोलन के चलते अधिकतर हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। इससे पहले आज सुबह मेरठ, बागपत के साथ ही अन्‍य जिलों में किसान व कार्यकर्ता ट्रेक्‍टर ट्रॉली में गन्‍ना लाद कर नेशनल हाईवे पर आ डटे।

ये भी देखें:क्या है नेहरू-लियाकत समझौता, जिसका श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने किया था विरोध

मेरठ में दिल्ली-देहरादून हाईवे के साथ ही पौड़ी हाईवे पर किसान बीच सड़क पर धरना देकर बैठ गए। उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉली को हाईवे पर बीच में खड़ा कर दिया। उधर, दौराला थाने के सामने किसानों ने गन्ने की होली जलाई और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चक्‍का जाम के साथ-साथ किसान यूनियन के बैनर तले धरना प्रदर्शन भी कर रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने हाईवे पर वाहनों की आवाजाही भी रोक दी है।

बुलंदशहर में एनएच 91 सुखलालपुर तिराहे पर भाकियू कार्यकर्ताओं द्वारा धरना प्रदर्शन शुरू कर गन्ने की होली जलाई गई। हापुड़ में बुलंदशहर हाईवे जाम कर रहे किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया। इसके विरोध में किसानों ने जमकर हंगामा कर दिया।

ये भी देखें:अनुष्का-विराट ने कुछ इस अंदाज़ में मनाई अपनी वेडिंग एनिवर्सरी

आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था को संभालने के लिए बड़ी संख्या पुलिस तैनात की गई है। समाचार लिखे जाने तक भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में किसानों ने मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, बिजनौर और बागपत में हाईवे पर जाम लगा रखा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी उन्हें मनाने में जुटे हैं। गौरतलब है कि भाकियू ने दो दिन पूर्व ही चक्का जाम का ऐलान किया था। गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने के साथ ही भाकियू की मांग है कि किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं और पुराना बकाया तत्काल दिलाया जाए।

Tags:    

Similar News