विपक्ष का हमलाः पीएम योजनाओं का प्रचार अधिकारी बना इंस्पेक्टर का हत्यारोपी
बता दें कि वर्ष 2018 में हुई बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का हत्यारोपी शिखर अग्रवाल पिछले साल गिरफ्तार हुआ था।
लखनऊ: वर्ष 2018 में बुलंदशहर में हुई हिंसा के दौरान एक इंस्पेक्टर की हत्या के मुख्य आरोपी को प्रधानमंत्री जनजागरूकता अभियान नाम की संस्था में बुलंदशहर के जिला महामंत्री के तौर पर मनोनीत किए जाने पर विपक्षी दलों ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है।
शिखर अग्रवाल को प्रधानमंत्री जनजागरूकता अभियान संस्था में पदाधिकारी बनाये जाने की खबर पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे अपराधियों का हौंसला बढ़ाने और पुलिस अधिकारियों का मनोबल बढ़ाने वाला बताया है। हालांकि, भाजपा ने साफ किया है कि शिखर अग्रवाल से संस्था का कोई संबंध नहीं है।
प्रियंका-अखिलेश ने बोला भाजपा पर हमला
कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को भाजपा को निशाने पर लेते हुए बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुये इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी का एक वीडियो जारी करते हुये लिखा है कि यूपी पुलिस में अपनी सेवाएं देते हुए शहीद हुए सुबोध सिंह की पत्नी का बयान सुनिए। खबरों के अनुसार उनकी हत्या के आरोपी को आज भाजपा ने अपना पदाधिकारी बना दिया।
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उनकी पत्नी का सवाल एकदम जायज है। इस तरह से अपराधियों का मनोबल और बढ़ेगा। इधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि हत्या के मुख्य आरोपी को भाजपा द्वारा पार्टी में पद देना अपराधियों को सत्ता का संरक्षण देना है। ऐसे तो पुलिस अधिकारियों का मनोबल गिरेगा।
शहीद इंस्पेक्टर की मौत का आरोपी है शिखर अग्रवाल
बता दें कि वर्ष 2018 में हुई बुलंदशहर हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का हत्यारोपी शिखर अग्रवाल पिछले साल गिरफ्तार हुआ था। मौजूदा समय में जमानत पर बाहर आए शिखर अग्रवाल को को सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए प्रधानमंत्री जनजागरूकता अभियान नाम की संस्था में पदाधिकारी बनाया गया था।
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हालांकि मामले के तूल पकड़ने के बाद प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना जागरूकता अभियान के जिलाध्यक्ष प्रियतम कुमार ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि इस संबंध में जानकारी होते ही शिखर अग्रवाल को तत्काल उनके पद से मुक्त कर दिया गया है।