मोदी के क्षेत्र में सस्ते और टिकाऊ मास्क, ब्रांडेड मास्क को दे रहे टक्कर
आज भारत पहुंची वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में उसी विश्वास को नींव बनाकर आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया।
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में विपक्ष को जवाब देते हुए कहा था, “ सबका साथ और सबका विकास इस मंत्र को ले कर के हम चले थे। लेकिन 5 साल के अखंड एवम् एकनिष्ट पुरषार्थ के बाद जनता जनार्दन ने उसमें एक अमृत भर दिया और वो अमृत है सबका विश्वास”।
ब्रांडेड मास्क को टक्कर दे रहे खादी के बने मास्क
कोरोना संकट ने हमें नई चुनौतियां दी हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी स्थित ‘स्वयं सहायता समूह सेवा आश्रम’ की मदद से महिलाओं ने इस अभियान से जुड़ कर आपदा को अवसर में बदलने की मुहिम में पूर्ण विश्वास जताते हुए। खादी का इस्तेमाल कर विशेष ऊंचाई (उन्नत किस्म) के मास्क बनाकर ब्रांडेड मास्क को टक्कर दे रहे हैं। आज भारत पहुंची वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के इस दौर में उसी विश्वास को नींव बनाकर आत्मनिर्भर भारत का आह्वान किया।
ये भी पढ़ें- राम जन्मभूमि मंदिर भूमिपूजनः मुहूर्त विवाद नाहक, राम नाम से कट जाते हैं संकट
संस्था के प्रमुख प्रवीण कुमार सिंह ने बातचीत में बताया कि “यहाँ बनाये गये मास्क सस्ते होने के साथ ही बार-बार धोने योग्य हैं। स्वदेशी अपनाने की प्रधानमंत्री की मुहिम से खादी को बढ़ावा मिल रहा है। लोग खादी को अपनाने लगे हैं। साथ ही लॉकडाउन के कारण आर्थिक अनिश्चितताओं के दौर में प्रवासी श्रमिकों और स्थनीय बेरोजगार महिलाओं को रोजगार देने व समर्थ बनाने का काम किया है''।
मास्क के सहारे कई लोगों को मिला आजीविका का साधन
ये भी पढ़ें- राजस्थान: राज्यपाल ने विधानसभा का सत्र बुलाने की दी अनुमति
वहीं पर इस कार्य में लगी महिलाओं पूजा और रिंकी ने बताया कि लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में उनके सामने आजीविका का संकट हो गया था। लेकिन वह खादी के मास्क बनाकर अपने परिवार का पालन पोषण करने में सक्षम हो गई हैं। यह प्रधानमंत्री की सकारात्मक सोच का ही नतीजा है कि उन्होंने आत्मनिर्भर भारत से महिलाओं को भी जोड़ा है।