अफसरों ने तीन साल तक बनाया बेवकूफ अब संभव नहीं- गड़करी
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को सड़क की क्वालिटी को लेकर इंजीनियरों को निशाने पर लेते हुए सीएम को सलाह दी है, कि आईआईटी इं
लखनऊ :केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को सड़क की क्वालिटी को लेकर इंजीनियरों को निशाने पर लेते हुए सीएम को सलाह दी है, कि आईआईटी इंजीनियर के नेतृत्व में कमेटी की राय पर काम कराने से क्वालिटी में सुधार आ जाएगा। नितिन गडकरी लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव मौर्या की मौजूदगी में "लखनऊ कांफ्रेंस" की दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। कार्यशाला में सड़कों की क्वालिटी और कास्ट कटिंग पर डिस्कशन आलावा गांवों और कस्बों की सड़कों को स्टेट हाईवे बनाने और उनसे इनकम पर डिस्कशन किया जाएगा।केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि तीन साल तक अफसरों ने उन्हें खूब बेवक़ूफ़ बनाया। लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि सरकारी कार्यपद्धत्ति के कारण ही अफसर नया काम करने से डरते हैं। क्योंकि गड़बड़ी हो जाने पर जांच का खतरा बना रहता हैं। गडकरी ने सड़क की क्वालिटी सुधारने और कास्ट कटिंग के लिए यूपी के सीएम् को सलाह दी है, कि बेहतर रिज़ल्ट के लिए आईआईटी इंजीनियर के नेतृत्व में कमेटी बना कर बेहतर काम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रोड सेफ्टी, क्वालिटी और कास्ट कटिंग पर रिसर्च खूब हुए लेकिन उस पर अमल नहीं होता है।
नितिन गडकरी ने कहा कि अफसरों की तीन तीन महीने तक फाइलों को एक टेबिल से दूसरे टेबिल पर लटकाये रखने की प्रवृत्ति को ख़त्म करना होगा।केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने सीएम को सलाह दी कि अफसरों को नए काम करने में रिस्क होता है ऐसे में नए काम करने वालों की गलती को भी इग्नोर करना होगा। क्यों कि काम करने वालों से गलती होती है। उन्होंने सड़क मार्ग की तरह ही जल मार्ग से ट्रांसपोरेशन को बढ़ावा देने से महंगाई पर लगाम लगेगी। नितिन गडकरी ने दावा किया कि नेशनल हाइवे को पिछले सालों में दोगुना कर दिया गया है।
क्या बोले सीएम योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में इस तरह का आयोजन अपने आप में पहली बार हो रहा है। इससे तकनीक के आदान-प्रदान से बेहतर रिज़ल्ट सामने आएगा। सीएम ने माना सड़क गड्ढा मुक्त किये जाने में बड़ी चुनौती थी। खनन पर हाईकोर्ट कोर्ट से रोक थी। फिर एनजीटी आड़े आ गया। फिर भी 100 दिनों में 84 हज़ार किलोमीटर सड़कों को गड्ढामुक्त करने में सफलता मिली। सीएम ने कहा कि जब हम ने सत्ता संभाली थी। तब हमें 1 लाख 21 हजार किमी की सड़के गड्ढा युक्त मिलीं थी। हालात ऐसे थे कि यह सड़कें हैं या खेत पता ही नहीं चलता था। सीएम ने कहा कि अगर आप कार्य करेंगे तो वो दिखेगा नहीं करेंगे तो प्रश्नचिन्ह खड़ा होगा। उन्होंने कहा की कोई शहर आप देखेंगे तो वहां आपको प्लास्टिक का कूड़ा दिखेगा अगर ये प्लास्टिक सड़क निर्माण में काम आ सके तो बेहतर है।
कल एक्सपर्ट की तौर पर रहेंगे सुशासन बाबू
कार्यशाला के दूसरे दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्सपर्ट के तौर शामिल होंगे। इसके अलावा आईआईटी कानपुर, वाराणसी, खड़गपुर समेत कई अन्य संस्थानों के रोड़ डेवलपमेंट पर स्टडी रिर्पोट के जरिए यूपी की सड़कों को बेहतरी पर चर्चा होगी।इसके अलावा मरम्मत में लगने वाले समय व बजट को कम करते हुए उसकी क्वलिटी पर डिस्कशन होगा। दिन में ट्रैफिक और रात को सड़क बनाने को लेकर जोर देने पर डिस्कशन होगा।रातों रात सड़क बना कर तैयार करने का रोड मैप तैयार होगा।
आईआईटी एक्सपर्ट भी डिस्कशन करेंगे।
कार्यशाल में उप-मुख्यमंत्री व लोकनिर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कहा- "इस कांफ्रेस के जरिए सड़क निर्माण में यूपी को लाभ मिलने के साथ-साथ पूरे देश को सड़क निर्माण में एक नई दिशा मिलेगी। केशव मौर्या ने कहा की सेंट्रल रोड फंड से अब तक यूपी को सिर्फ 700 करोड़ मिलता था। लेकिन नितिन गडकरी के सहयोग से इस बार 10 हजार करोड़ रुपए हमें मिला है। सड़कों के विकास के लिए, केंद्रीय मंत्री ने आगे भी यूपी में सड़क विकास के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़कों की लागत को कम करने का प्रयास है, लोगों को वर्ल्ड क्लास की सड़कें दे सकें हम ऐसी सड़क बनाएंगे। केशव प्रसाद मौर्य और लोक निर्माण राज्य मंत्री भूपेंद्र चौधरी ने मंच पर मौजूद असम, छत्तीसगढ़, गोवा, राजस्थान, सिक्किम, मणिपुर, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के पीडब्लूडी मंत्रियों का भी स्वागत किया।