अजीत सिंह हत्याकांड: धनंजय सिंह को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी
लखनऊ में हुए चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में हाईकोर्ट ने बाहुबली धनंजय सिंह की गिरफ्तार करने की याचिका खारिज कर दी है।
लखनऊ: कुछ महीनों पहले राजधानी लखनऊ में हुए चर्चित अजीत सिंह हत्याकांड में हाईकोर्ट ने बाहुबली धनंजय सिंह की गिरफ्तार करने की याचिका खारिज कर दी है। दो हफ्ते में आत्मसर्पण करने के भी आदेश के बाद अब पुलिस धनंजय सिंह को भगोड़ा घोषित करने की तैयारी कर रही है। जमानत पर जेल से छूटने के बाद से धनंजय सिंह लगातार फरार चल रहे हैं। पुलिस इन सभी आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने के लिए कोर्ट का आदेश मिलते ही सभी के घर के सामने डुगडुगी बजवाकर नोटिस चस्पा करेगी।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में गिरफ्त में आये शूटरों व अन्य आरोपियों के बयान के आधार पर जौनपुर के पूर्व सांसद व बाहुबली नेता धनंजय सिंह को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया है। धनंजय सिंह ने ही शूटरों के रहने का ठिकाना दिलाया था।
इन लोगों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना के पूर्व उप ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने वाले धनंजय सिंह के अलावा उनके करीबी विपुल सिंह सहित फरार चल रहे चार लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं बागपत जेल में बंद माफिया सुनील राठी को वारंट बी पर लखनऊ लाने की तैयारी शुरू कर दी गई।
जानें क्या है पूरा मामला
बतातें चलें कि कुछ महीनों पहले विभूतिखंड थानाक्षेत्र के कठौता चैराहे पर 6 जनवरी की रात 8.30 बजे ताबड़तोड़ फायरिंग कर मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना के पूर्व ज्येष्ठ उप प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई। इस दौरान उसके करीबी मोहर सिंह व राहगीर आकाश यादव भी घायल हुए। इस वारदात में एक हमलावर राजेश तोमर भी गंभीर रूप से घायल हुआ था।
अजीत सिंह हत्याकांड में पूर्व सांसद धनंजय सिंह सहित 6 आरोपियों की तलाश की जा रही है। इसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश का माफिया सुनील राठी बागपत जेल में बंद है। जल्द ही उसे वारंट बी के जरिए लखनऊ लाया जाएगा। पुलिस उनकी तलाश में लगी है। पुलिस इन सभी आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने के लिए कोर्ट का आदेश मिलते ही सभी के घर के सामने डुगडुगी बजवाकर नोटिस चस्पा करेगी।
धनंजय सिंह 5 मार्च को पुराने मामले में जमानत लेकर प्रयागराज कोर्ट में हाजिर हो गए थे। 25 दिन बाद इसी मामले में धनंजय सिंह फिर जमानत पर बाहर आने के बाद पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।