अमिताभ ठाकुर को क्यों मिला VRS, कौन सी शिकायत पड़ी करियर पर भारी

अमिताभ ठाकुर के बारे में कहा जाता है कि वह अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के जरिये आरटीआई का इस्तेमाल सरकार के खिलाफ करते रहे हैं। ऐसे में उनकी भी शिकायत एक आरटीआई एक्टिविस्ट के जरिये ही शासन तक पहुंची है।

Update:2021-03-25 21:47 IST
अमिताभ ठाकुर को क्यों मिला VRS, कौन सी शिकायत पड़ी करियर पर भारी

लखनऊ: यूपी पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अमिताभ ठाकुर को आखिर जबरन सेवानिवृत्त क्यों किया गया। सरकार की कार्रवाई से क्षुब्ध होकर अमिताभ ठाकुर ने अपनी नेमप्लेट बदल ली है। आरोप लगाया है कि अपनी सुविधा के लिए सरकार ने उन्हें रिटायर किया है लेकिन अब ऐसे मामले भी सामने आए हैं जो बता रहे हैं कि अमिताभ ठाकुर पर भ्रष्टाचार व कदाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इसकी शिकायत भी राज्यपाल से लेकर पीएमओ तक हुई है जिसके बाद उन पर कार्रवाई की गई है।

उर्वशी शर्मा ने खोला कच्चा-चिठ्ठा

अमिताभ ठाकुर के बारे में कहा जाता है कि वह अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के जरिये आरटीआई का इस्तेमाल सरकार के खिलाफ करते रहे हैं। ऐसे में उनकी भी शिकायत एक आरटीआई एक्टिविस्ट के जरिये ही शासन तक पहुंची है। आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने दो अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक अमिताभ ठाकुर का कच्चा-चिठ्ठा भेजा है।



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मंत्रालय ने उर्वशी से की शपथ पत्र की मांग

पीएम के प्रमुख सचिव नृपेन्द्र मिश्र के मार्फत 53 पेज का शिकायती पत्र भेजा गया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि उच्च पद और सरकारी संसाधनों का लगातार दुरुपयोग करके निजी लाभ के लिए पेशेवर रूप से आरटीआई, मुकदमेबाजी और मीडियाबाजी करने वाले इस अधिकारी को सेवामुक्त किया जाना चाहिए। इस शिकायत पर कार्यवाही के दौरान भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने उर्वशी से शपथ पत्र की मांग की थी।

उर्वशी ने 24 सितम्बर 2019 को भारत सरकार के गृह सचिव को शपथ पत्र भी भेज दिया था। अमिताभ ठाकुर को जबरन सेवानिवृत्ति देने संबंधी उर्वशी के शिकायती शपथ पत्र और मूल शिकायत को भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 07 अक्टूबर 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा। इसकी सूचना भी भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निदेशक (पुलिस) ए. के. सरन ने शिकायतकर्ता को लिखित तौर पर दी है।



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क्या है उर्वशी का कहना?

शिकायतकर्ता उर्वशी का कहना है कि उन्होंने प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक से भी शिकायत की थी जिसके बाद 25 सितम्बर 2019 को यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह को राज्यपाल की ओर से कार्यवाही का आदेश दिया गया था. अमिताभ ठाकुर को सेवानिवृत्त किए जाने को अपनी शिकायतों का समाधान करार देते हुए उर्वशी ने कहा कि इससे सरकार के भ्रष्टाचार मुक्त कामकाज की धारणा पुष्ट हुई है।

आपराधिक मुकदमों का किया जिक्र

आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा ने प्रधानमंत्री को भेजी गई शिकायत में अमिताभ ठाकुर के आपराधिक मुकदमों और पद के दुरुपयोग का मामला भी उठाया है। उन्होंने आपराधिक मुकदमों का जिक्र करते हुए बताया है कि सरकारी काम के लिए मिलने वाले संसाधनों का दुरुपयोग भी वह कर रहे हैं। वह दस से अधिक आपराधिक मुकदमों में शामिल हैं। मुलायम सिंह यादव, आजम खान, आलोक रंजन पूर्व मुख्य सचिव व उत्तर प्रदेश सरकार समेत अन्य के खिलाफ उनकी ओर से मुकदमे किए गए हैं। शिकायत पत्र में अमिताभ ठाकुर के एनजीओ और जमीनों का भी जिक्र किया गया है।

अखिलेश तिवारी

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