Lucknow News: सावधान! सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म-लिंक्डइन पर UPMRC के नाम से निकाली जा रही हैं फर्जी भर्तियां
Lucknow News: विक्रम मौर्य नाम के व्यक्ति ने लिंक्डइन पर खुद को यूपीएमआरसीएल का 'मानव संसाधन प्रबंधक' बताया है। साथ ही लखनऊ, नोएडा, आगरा और कानपुर के लिए अनुभवी उम्मीदवारों को भर्ती करने के लिए एक अधिसूचना पोस्ट की है।
Lucknow Metro: वर्तमान में बेरोजगारी अपने चरम पर है। लोग नौकरी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। नौकरी के लिए भटक रहे लोगों को जाल में फंसा कर पैसा लूटने वाले गिरोह भी सक्रिय है। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लि. (यूपीएमआरसीएल) में 142 पदों पर हाल ही में नई भर्तियां हुई हैं। इसी दौरान कुछ कुछ जालसाज लोगों ने संस्था के नाम पर फर्जी भर्तियों के विज्ञापन के जरिये उम्मीदवारों से ठगी की कोशिश कर रहे हैं। पहले भी लोगों को नियुक्ति से जुड़े फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से ठगे जाने का मामला सामने आया चुका है। जिसके बारे में यूपीएमआरसीएल ने लोगों को सावधान किया था।
यह फर्जीवाड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म-लिंक्डइन पर किया जा रहा है। विक्रम मौर्य नाम के व्यक्ति ने लिंक्डइन पर खुद को यूपीएमआरसीएल का 'मानव संसाधन प्रबंधक' बताया है। साथ ही लखनऊ, नोएडा, आगरा और कानपुर के लिए अनुभवी उम्मीदवारों को भर्ती करने के लिए एक अधिसूचना पोस्ट की है। विक्रम मौर्य ने इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवारों से 26 'कार्यकारी सहायक' पद के लिए आवेदन फर्जी ईमेल- hrsupport@upmetrorailcorp.com' पर मेल करने को कहा है।
यूपीएमआरसीएल ने साफ किया कि कंपनी में कोई आधिकारिक भर्ती या परीक्षाओं के परिणाम की जानकारी कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट www.upmetrorail.com पर ही उपलब्ध कराई जाती है। यूपीएमआरसी लगातार ऐसे जालसाजों से बचने की अपील करता रहा है। कॉर्पोरेशन में भर्ती मेरिट के आधार पर ही की जाती है। कंपनी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर भी भर्ती से जुड़ीं जानकारियां साझा करती है। जालसाजों से सावधान रहें किसी भी भर्ती के लिए आवेदन विभाग या संस्था के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही करें।
यूपीएमआरसी की आधिकारिक वेबसाइट
यूपीएमआरसी की आधिकारिक वेबसाइट www.upmetrorail.com, आधिकारिक फ़ेसबुक (https://www.facebook.com/OfficialUPMetro/), ट्विटर (https://twitter.com/officialupmetro) एवं कू ऐप (https://www.kooapp.com/profile/OfficialUPMetro) । हैंडल्स (जो ब्लू टिक्स के साथ प्रमाणित हैं) के अलावा अन्य किसी भी स्रोत से मिली जानकारी पर विश्वास न करें। अगर आपको किसी सूचना को लेकर संदेह होता है, तो उसकी सूचना यूपीएमआरसी को दें। ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।