लखनऊ : आसमान की ऊंचाइयों को छूने के बाद अब लखनऊ मेट्रो जमीन के 80 फीट नीचे दौड़ने के लिए तैयार हो रही है। खास बात ये है कि अब नवाबी मेट्रो को अंडरग्राउंड सेक्शन में जापानी पटरियों पर दौड़ लगानी होगी। सचिवालय से हजरतगंज मेट्रो स्टेशन के बीच की 812 मीटर की दूरी को तय करने में इसे 10 मिनट का समय लगने की संभावना है। ऐसे में लखनऊवाइट्स को जमीन से 80 फीट नीचे एक नए रोमांच का अनुभव होगा। लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) के एमडी कुमार केशव ने बताया कि हमारी कोशिश होगी कि आज से एक महीने के रिकॉर्ड समय में इस सेक्शन के ट्रैक वर्क को कंप्लीट कर लिया जाए।
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ऑस्ट्रिया से आया है स्प्रिंग सिस्टम
एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि 812 मीटर के रेल ट्रैक को वाइब्रेशन प्रूफ बनाने के लिए ऑस्ट्रिया से एक मास स्प्रिंग सिस्टम को मंगाया गया है। यह 25 मिलीमीटर की मोटाई का एक पैड होता है, जिसे सबसे पहले ट्रैक लाइन पर रखा जाएगा। इसके बाद इसके ऊपर एक लोहे का जाल रखकर नीचे तक कंक्रीट से भरा जाएगा। इसके ऊपर जापानी रेल ट्रैक पीसेस को वेल्ड करके बिछाया जाएगा। इसके लिए फिटिंग इक्यूपमेंट को जर्मनी से मंगाया गया है।
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भूमि पूजन के साथ शुरू हुआ काम
एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि रविवार (12 नवंबर) को भूमि पूजन के साथ अंडरग्राउंड टनल को बिछाने का काम भरोसेमंद मेसर्स कालिंदी रेल निर्माण को दिया गया है। इसी ने नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के फेज 1 ए के 8.5 किलोमीटर में ट्रैक बिछाने का काम किया है।