Lucknow: बिजली कंपनियां खरीद रहीं विदेश से कोयला, उपभोक्ता परिषद ने PM मोदी से जांच की उठाई मांग

Lucknow: बिजली उत्पादन में कोयले की कमी पता चलने के बाद उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद ने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनियों को जबरदस्ती विदेशों से कोयला खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है। वहीं, कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा था कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है।

Report :  Shashwat Mishra
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-04-17 21:02 IST

कोयला मंत्री और कोयला।

Lucknow News: देश में जब से कोयले की कमी सामने आई है, तब से कई तरह के सवाल उठना शुरू हो गए हैं। बिजली उत्पादन (Power Generation) में कोयले की कमी पता चलने के बाद, उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद (Uttar Pradesh State Consumer Council) ने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनियों को जबरदस्ती विदेशों से कोयला खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है। जबकि, 6 अप्रैल को संसदीय कार्य और कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी (Coal Minister Pralhad Joshi) ने लोकसभा में कहा था कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है।

17000 रुपये प्रति टन है विदेशी कोयला

राज्य उपभोक्ता परिषद ने आरोप लगाया है कि विदेशों से महंगे रेट पर कोयले की खरीद हो रही है। जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ सकता है। उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद (UP State Electricity Consumer Council) के अध्यक्ष अवधेश वर्मा (President Awadhesh Verma) ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग उठाई है। उन्होंने बताया कि डोमेस्टिक लिंकेज कोयला 1700 रुपए प्रति टन है, जबकि विदेशी कोयला 17000 रुपए प्रति टन है। अवधेश शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। कहीं उन्हें जबरदस्ती विदेश से कोयला खरीदने हेतु बाध्य तो नहीं किया जा रहा? विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि जब बिजली कंपनियां महंगा कोयला खरीदेंगी, तो वह एनर्जी एक्सचेंज पर बिजली महंगी बेचेंगी। इसके अलावा बाकी कंपनियों का भी लागत बढ़ जाएगा। जिसे आम उपभोक्ताओं को झेलना पड़ेगा।

महाराष्ट्र और NTPC हरियाणा ने विदेशी कोयला खरीदने का निकाला टेंडर

अवधेश वर्मा (President Awadhesh Verma) ने आरोप लगाते हुए कहा कि विदेशी कोल खरीदने के पीछे कोई बड़ा गोलमाल है। इसकी उच्चस्तरीय जांच हो। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र और एनटीपीसी हरियाणा सहित कुछ राज्यों ने विदेशी कोयला खरीदने का टेंडर निकाल दिया है। विद्दुत उपभोक्ता परिषद (UP State Electricity Consumer Council) के अध्यक्ष ने बताया कि कोयला मंत्री ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जानकारी देते हुए बताया था कि कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एचसीसीएल) पिट हेड में कोयला भंडारण 1 अप्रैल 2022 की स्थिति के अनुसार 60.77 मिलियन टन और 4.71 मिलियन टन कोयला उपलब्ध है। मार्च 2022 में 95 मिलियन टन कोयला उत्पादन की बात कही थी।

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