Lucknow News: भाषा विश्वविद्यालय में मनाया गया 6वां दीक्षांत समारोह, 83 विद्यार्थियों को दिए 93 पदक

Lucknow News: लखनऊ के ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में छठा दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस दौरान 83 मेधावियों को पदक पहनाकर सम्‍मानित किया गया। वहीं राज्‍यपाल आनंदी बेन पटेल ने मेधावी छात्रों को मानवता का पाठ भी पढ़ाया।

Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-03-22 18:30 IST

83 विद्यार्थियों को दिए पदक। 

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) की अध्यक्षता में मंगलवार को 'ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय' (Khwaja Moinuddin Chishti Language University) का छठा दीक्षान्त समारोह सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि "जो विद्यार्थी पदक प्राप्त करने से रह गए हैं, वे अपनी क्षमताओं को कम न आंके। क्योंकि कुछ नंबरों से आगे-पीछे हो जाना, आपके आगामी जीवन में प्रभावी नहीं होगा। उन्होंने कहा भविष्य में जीवन की सफलता आप द्वारा प्राप्त किए गए ज्ञान और जीवन लक्ष्यों को लगन के साथ पूरा करने से प्राप्त होगी।"

ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती को जाना जाता है 'ग़रीब नवाज़'

विश्वविद्यालय की विशेषता का उल्लेख करते हुए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने कहा कि इस संस्थान का नाम देश के महान सूफी-संत ख्वाजा मुुईनुद्दीन चिश्ती से जुड़ा है, जिन्हें गरीब नवाज के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि देश के ऐसे सूफी-संत को नमन करती हूं, जिन्होंने प्रेम और सौहार्द का पैगाम दिया। भाषा विश्वविद्यालय में उर्दू, अरबी, फारसी, संस्कृत, अंग्रेजी, हिन्दी एवं फ्रेन्च भाषाओं को एलिमेन्ट्री विषय के रूप में पढ़ाये जाने की पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की। भाषायी ज्ञान को रोजगार से जोड़ने पर चर्चा करते हुए उन्होंने अपने सम्बोधन में अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं के साथ-साथ भारतीय भाषाओं विशेषकर क्षेत्रीय बोलियों एवं भाषाओं पर आधारित अधिक से अधिक पाठ्यक्रम चलाने पर बल दिया। उन्होंने कहा इन पाठ्यक्रमों को रोजगार परक बनाने की दिशा में भी विश्वविद्यालय को सार्थक प्रयास करने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन के लिए विभिन्न प्रकोष्ठों के गठन पर प्रसन्नता व्यक्त की।


2025 तक टीबी मुक्त कराने का संकल्प

राज्यपाल ने बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर रोधी टीका लगवाने की दिशा ने शैक्षणिक संस्थानों द्वारा परिवारों तक जागरूकता का प्रसार करने पर भी जोर दिया। उन्होंने भारत को वर्ष 2025 तक टी.बी. मुक्त कराने के केन्द्र के संकल्प का स्मरण कराते हुए विश्वविद्यालय को 25 क्षय रोगियों को चिकित्सा व्यवस्था, पोषण, दवा की उपलब्धता कराकर स्वस्थ बनाने की दिशा में सहयोग हेतु गोद लेने की अपील की।


83 विद्यार्थियों को दिए 93 पदक

समारोह में आनंदी बेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने संस्थान के 83 विद्यार्थियों को 93 पदक प्रदान किए। इसमें विविध संकाय के विद्यार्थियों ने 39 स्वर्ण, 27 रजत, 27 कांस्य पदक प्राप्त किए। छात्रों ने 43 पदक तथा छात्राओं ने 40 पदक प्राप्त किए। राज्यपाल ने समारोह में माध्यमिक विद्यालय से आए 20 छात्रों को पठन-पाठन सामग्री की किट में एक बैग, पानी की बोतल, पेंसिल बॉक्स, महात्मा गांधी की पुस्तक "मेरे सत्य के प्रयोग" व फलों की टोकरी प्रदान कर उत्साहवर्धन किया।


मालिनी अवस्थी ने आजीवन अध्ययन करने को बोला

समारोह में विशिष्ट अतिथि लोक गायिका एवं पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आजीवन अध्ययन करते रहने को कहा। उन्होंने समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों को बताया कि ज्ञान प्राप्ति के लिए विनम्रता पहली आवश्यकता है।


जीवन की जंग कूदने में पहला दिन

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Prof. Alok Kumar Rai) ने समारोह में विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की और कहा कि विश्वविद्यालय का अंतिम दिन किसी विद्यार्थी के लिए जीवन की जंग में कूदने का पहला दिन भी होता है। उन्होंने विद्यार्थियों की सफलता की कामना करते हुए कहा कि वे अपने जीवन में ऐसे आयाम स्थापित करें। जो न केवल उनके लिए बल्कि समस्त राष्ट्र एवं समाज के लिए उपयोगी हों। दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के शिक्षकगण, अधिकारीगण, कर्मचारीगण, छात्र-छात्राएं एवं माध्यमिक विद्यालय से आए बच्चे भी उपस्थित थे।

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