Lucknow: लखनऊ के पुस्तक उत्सव में उमड़ी युवाओं की भीड़, 'भारत केंद्रित शिक्षा पद्धति' विषय पर हुई चर्चा
Lucknow: नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया द्वारा राजधानी में आयोजित पुस्तक उत्सव में रविवार को युवाओं की भीड़ उमड़ी।
Lucknow: नेशनल बुक ट्रस्ट इंडिया (National Book Trust India) द्वारा राजधानी में आयोजित पुस्तक उत्सव (book festival) में रविवार को युवाओं की भीड़ उमड़ी। हर उम्र और वर्ग को लुभाते इस पुस्तक मेले के दूसरे दिन कई रोमांचक गतिविधियों का आयोजन किया गया। युवाओं को पुस्तकों की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से इस पुस्तक मेले में युवाकॉन कॉर्नर का उद्घाटन भी किया गया। जिसमें युवा लेखक धर्म राज गुप्ता उपस्थित हुए। लिखने की रुचि रखने वाले युवाओं ने उनसे बातचीत कर यह जानने का प्रयास किया कि किस प्रकार वे भविष्य में एक कुशल लेखक बनें।
लेखन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
शहर के विभिन्न हिस्सों से आए युवाओं एवं बच्चों ने चिल्ड्रेन्स एम्फीथियेटर में स्टोरी राइटिंग, स्टोरी टेलिंग जैसी विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया, जिसका संचालन डा. शिवानी कनौडिया, इलस्ट्रेशन कार्यशाला का संचालन कैनेटो जीमो, पिक्चर बुक मेकर और जिग्नेश चावड़ा के द्वारा किया गया। सभी गतिविधियों में बच्चों ने हर्ष और उल्लास के साथ हिस्सा लिया और कार्यक्रम का खूब आनंद और लाभ उठाया। आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इस उत्सव में 'माय इंडिया@100' विषय पर सृजनात्मक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अधिक संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
भारत केंद्रित शिक्षा पद्धति' विषय पर हुई चर्चा
पुस्तक उत्सव में लेखक मंच पर विषय विशेषज्ञों द्वारा लेखन से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा भी आयोजित की जा रही है। इस श्रृंखला में 'भारत केंद्रित शिक्षा पद्धति' विषय पर पैनल चर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें एनईपी 2020 में भारतीय शिक्षा पद्धति में हुए आधारभूत परिवर्तनो पर बात की गई है, जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं की किताबों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाना मुख्य है। कार्यक्रम में इससे संबंधित अन्य अनेक पहलुओं पर भी चर्चा की गई।
बड़ी संख्या में पाठकों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में सीबीएसई पूर्व अध्यक्ष अशोक गांगुली, अखिल भारतीय महासचिव, एकल अभियान के माधवेंद्र सिंह, एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अजय मिश्र उपस्थित थे। ऑथर्स कॉर्नर में भी बड़ी संख्या में पाठकों ने हिस्सा लिया। रविवार के कारण आज मेले में लगे हर स्टॉल पर लोगों की भीड़ रही। युवाओं के साथ साथ बुजुर्गों और बच्चों ने भी पुस्तक मेले और उसमें आयोजित सांस्कृतिक एवं अकादमिक गतिविधियों का आनंद लिया।