आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर फिर चली लाठियां, महिलाओं ने भी किया पलटवार

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन दूसरे दिन यानि मंगलवार (24 अक्टूबर) को भी राजधानी में जारी रहा। भारी संख्या में पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पूरे जीपीओ को कैद कर लिया।

Update:2017-10-24 18:25 IST

लखनऊ: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन दूसरे दिन यानि मंगलवार (24 अक्टूबर) को भी राजधानी में जारी रहा। भारी संख्या में पहुंची आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने पूरे जीपीओ को कैद कर लिया।

मौके पर पहुंचे SDM ने इन कार्यकर्ताओं को समझाया, लेकिन वो नहीं माने और अपनी मांगों पर अड़े रहे। मौके पर पहुंची पुलिस ने आज (मंगलवार) फिर लाठीचार्ज किया।

बता दें कि राज्य कर्मचारी घोषित करने, वेतन वृद्धि सहित कई सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने सोमवार को भी हजरतगंज चौराहे पर जमकर प्रोटेस्ट किया था। पुलिस ने महिलाओं को हटाने के लिए वाटर कैनन की बौछार भी की लेकिन महिलाएं धरना प्रदर्शन पर डटी रहीं।

पुलिस ने की लाठीचार्ज

सोमवार देर रात लाठीचार्ज और पानी की बौछार किए जाने से कई प्रदर्शनकारी चोटिल हो गए। फिर पूरी रात सड़क पर काटने के बाद मंगलवार को एक बार फिर अपनी मांगो को लेकर आवाज उठाई। इस बीच पुलिस फोर्स और वकर्स के बीच कई बार झड़प भी हुई, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया।

कार्यकर्ता हुए घायल

प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही है, लेकिन पुलिस और प्रशासन जानबूझकर उन्हें उकसाने की कोशिश कर रही है। पुलिस की बर्बरता के कारण महिलाएं लाथीचार्ज और पीनी की बौछार से घायल हो चुकी है। दूसरे दिन मंगलवार को एक बार फिर दोहराया गया। घायल कार्यकर्ताओं को नजदिकी सिविल और अन्य अस्पतालों में एडमिट कराया गया। आंगनबाड़ी कर्मचारी और सहायिका एसोशिएसन के बैनर के तले आंगनबाड़ी वर्कर्स का प्रोटेस्ट जारी है।

दो घंटे तक किया जाम

प्रदर्शनकारियों ने हजरतगंज चौराहे पर करीब 2 घंटे तक जाम लगाया। आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या ने का कहना है कि 'अगर हमारी मांगें पूरी न हुई तो अनिश्च‍ित कालीन हड़ताल की जाएगी।'

ये रहीं मांगें

-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कम से कम 18 हजार और सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिया जाए।

-मिनी आंगनबाड़ी वर्कस को सामान्य योग्यता और सामन्य कार्य के आधार पर बराबर मानदेय दिया जाए।

-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योग्यता और वरीयता के आधार पर शत प्रतिशत मुख्य सेविका के पद पर प्रमोशन दिया जाए।

-यूपी में जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय रुका है उनका भुगतान जल्द से जल्द करवाया जाए।

-बिहार की तर्ज पर कार्यकत्रियों और मातृ समिति के खातों में पोषाहार का धन भेजा जाए, जिससे पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया जा सके।

-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को होमटेक राशन का सत्यापन प्रधानों से अलग रखा जाए।

-पिछली सरकार ने 1 अक्टूबर को बढ़े हुए मानदेय के एरियर की घोषणा की थी। उसका भुगतान करवाया जाए।

-स्कूल की तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्मी की छुट्टी स्वीकृत की जाए।

-पेंशन की सुविधा दी जाए।

-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को हर साल 30 दिन का चिकित्सा अवकाश मानदेय सहित दिया जाए।

-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को हर साल कम से कम 500 और 200 रुपए का वार्षिक वेतन वृद्धि दी जाए।

-आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को मेगा कॉल सेंटर स्कीम से अलग रखा जाए।

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