लखनऊ यूनिवर्सिटी बंद: कोरोना के चलते बड़ा फैसला, 2 प्रोफेसर की मौत
यूनिवर्सिटी पर बढ़ते कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते लखनऊ विश्वविद्यालय को 10 अप्रैल तक बंद करने का आदेश दिया गया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लगातार कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। राजधानी लखनऊ में रोजाना हजारों मामले सामने आ रहे हैं। राजधानी में बढ़ते कोरोना के संकट का सीधा असर लखनऊ विश्वविद्यालय पर भी पड़ा है। यहां पर हाल ही में सात प्रोफेसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिनमें से दो की इस बीमारी की वजह से मौत भी हो गई है। जिसके बाद यूनिवर्सिटी को बंद करने का फैसला किया गया है।
10 अप्रैल लखनऊ विश्वविद्यालय को बंद करने का फैसला
यूनिवर्सिटी पर बढ़ते कोविड-19 महामारी के प्रकोप के चलते लखनऊ विश्वविद्यालय को 10 अप्रैल तक बंद करने का आदेश दिया गया है। आपको बता दें कि लखनऊ यूनिवर्सिटी में कोरोना पॉजिटिव पाए गए प्रोफेसर में से एक रिटायर्ड प्रोफेसर का गुरुवार को, जबकि आज यानी मंगलवार की सुबह संस्कृत विभाग के पद्मश्री प्रोफेसर बृजेश शुक्ला की मृत्यु हो गई है।
बीके शुक्ला ने आज ली अंतिम सांस
संस्कृत विभाग के वरिष्ठ शिक्षक पद्मश्री प्रो. बीके शुक्ला को होली से पहले संक्रमण हो गया था, जिसके बाद उन्हें चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद हालात गंभीर होने पर होली के बाद उन्हें डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उन्होंने जहां मंगलवार सुबह करीब पांच बजे अंतिम सांस ली। लविवि प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि की।
आपको बता दें कि इसके पहले विश्वविद्यालय के पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा का भी कोरोना संक्रमण की वजह से निधन हो चुका है। अब तक दो प्रोफेसरों की मौत से शोक की लहर है। यही नहीं, बढ़ते संक्रमण की वजह से ही विश्वविद्यालय में 10 अप्रैल तक ऑनलाइन कक्षाएं चलाने निर्णय भी लिया जा चुका है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश समेत लखनऊ में कोरोना की दूसरी लहर की दस्तक हो चुकी है। यहां पर तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिसके बाद योगी सरकार ने सख्तियां बढ़ा दी हैं।