LU मना रहा है अपना 96वां स्थापना दिवस, फिर याद आई एक भूली हुई दास्तान

अवध के लेफ्टिनेंट गवर्नर हरकोर्ट बटलर की मदद से 25 नवम्बर 1920 को लखनऊ विश्वविद्यालय एक्ट पर दस्तखत हुए और विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। लखनऊ विश्विद्यालय की स्थापना के लिए ताल्लुकेदारों ने उस वक़्त 30 लाख रूपए का चंदा इकठ्ठा किया था।

Update:2016-11-25 15:54 IST

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय शुक्रवार को अपना 96वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के मुख्य सलाहकार अलोक रंजन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो रहे हैं। मेयर डॉ. दिनेश शर्मा गेस्ट ऑफ़ ऑनर के तौर पर शिरकत कर रहे हैं। स्थापना दिवस समारोह में अपने अपने क्षेत्रों के दिग्गज विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी जुट रहे हैं।

इस तरह हुई थी स्थापना

-अवध के ताल्लुकेदार चाहते थे की लखनऊ के मशहूर कॉल्विन ताल्लुकेदार्स कालेज से 12वीं तक शिक्षा लेने वाले छात्र लखनऊ में ही उच्च शिक्षा हासिल कर सकें।

-ताल्लुकेदारों के इस सपने को पूरा करने में अवध के तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर सर हरकोर्ट बटलर ने मदद की।

-हरकोर्ट बटलर की मदद से 25 नवम्बर 1920 को लखनऊ विश्वविद्यालय एक्ट पर दस्तखत हुए और विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।

-लखनऊ विश्विद्यालय की स्थापना के लिए ताल्लुकेदारों ने उस वक़्त 30 लाख रूपए का चंदा इकठ्ठा किया था।

दुनिया भर में फैल गईं प्रतिभाएं

-अपनी स्थापना की शताब्दी की ओर बढ़ रहे लखनऊ विश्वविद्यालय ने 96 साल पूरे कर लिए हैं।

-जैसे जैसे विश्वविद्यालय की उम्र बढ़ रही है, इसका इतिहास भी उतना ही गहरा होता जा रहा है।

-विश्वविद्यालय से शिक्षा लेने वाले तमाम लोग दुनिया भर में अपनी योग्यता साबित करते रहे हैं।

पूरे हुए ख़्वाब

-पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा और पूर्व कुलपति-शिक्षाविद आचार्य नरेन्द्र देव जैसी नामचीन हस्तियां इसी विश्वविद्यालय की देन रहे हैं।

-लखनऊ विश्विद्यालय अवध के ताल्लुकेदारों का एक सुनहरा ख्वाब था, जिसे उसके शिक्षकों और छात्रों ने खूबसूरत तस्वीर में बदला।

-कर्मशील शिक्षाविदों ने इसे अपनी कर्मस्थली बना कर इसका नाम इतिहास के पन्नों पर सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा दिया।

समारोह में शामिल होंगी हस्तियां

-विश्वविद्यालय के स्थापना समारोह में देश की जानी मानी हस्तियां शामिल हो रही हैं। ये हस्तियां हैं-

-जस्टिस डीके अरोरा, न्यायाधीश, इलाहाबाद हाईकोर्ट, लखनऊ बेंच, लखनऊ

-सरस्वती प्रसाद, आईएएस, एडिशनल सेक्रेटरी, भारत सरकार, नई दिल्ली

-डॉ. एचएन वर्मा, कुलपति, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, जयपुर

-कुमकुम धर, कथक नृत्यांगना

-डॉ. अलोक धवन, निदेशक, सीएसआईआर-आईआईटीआर, लखनऊ

-डॉ. जीके सिंह, प्रोफेसर, केजीएमयू, पूर्व निदेशक, एम्स, पटना

-इनके अलावा कई लेखक, पत्रकार, फिल्म मेकर और समाजसेवी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं।

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