Lucknow University: अंतर्महाविद्यालयीय युवा महोत्सव 15 फरवरी से, ये कर सकते हैं पार्टिसिपेट

Lucknow University: प्रो आलोक कुमार राय के नेतृत्व में लखनऊ विश्वविद्यालय और सह सम्बद्ध जिलों हरदोई, लखीमपुर, सीतापुर और रायबरेली के सभी महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं को आमंत्रित किया है।

Written By :  Anant kumar shukla
Update:2023-02-13 20:33 IST

Lucknow University Intercollegiate youth festival

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय आगामी 15 फरवरी से 20 फरवरी तक अंतर्महाविद्यालयीय युवा महोत्सव का आयोजन करने जा रहा है। जिसमें विश्वविद्यालय की कल्चरल विभाग ने कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के नेतृत्व में लखनऊ विश्वविद्यालय और सह सम्बद्ध जिलों हरदोई, लखीमपुर, सीतापुर और रायबरेली के सभी महाविद्यालयों के छात्र छात्राओं को आमंत्रित किया है।

इस इंटरकॉलेजिएट यूथ फेस्ट का शीर्षक "स्वर्णम अभ्युथानम्" देते हुए कल्चरल की निदेशिका प्रो. मधुरिमा लाल ने कहा कि यह उनके कार्यकाल में सांस्कृतिकी का तीसरा पुष्प है। कार्यक्रमों की इस कड़ी में पहला कार्यक्रम 14 जनवरी को सूर्यदेव के उत्तरायण होने के शुभ अवसर पर मनाया गया था। उसका शीर्षक "अभ्युत्थानम" दिया गया था। सूर्य का अर्थ ही है जो सर्व प्रेरक ,सर्व प्रकाशक, सर्व प्रवर्तक, सर्व कल्याणकारी होने से सब का अभ्युदय करे। यही "अभ्युत्थानम" का भी मूल भाव है।

"अभ्युत्थानम" का अर्थ

"अभ्युत्थानम" का अर्थ है अभ्युदय, समृद्धि, उत्कर्ष, तथा उत्थान । "स्वर्णम अभ्युत्थानम" में अभ्युदय का वही मूल भाव, स्वर्णिम (पीला रंग)की पवित्रता, एकाग्रता, तारतम्यता, संतुलन और पूर्णता से आच्छादित है।

लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय का मानना है कि इंटरकॉलेजिएट फेस्ट विद्यार्थियों को न सिर्फ उनमें छिपी प्रतिभा को पहचानने में मदद करते हैं। बल्कि उनमें आत्मविश्वास, नेतृत्व, टीम- भावना, परोपकार जैसे सद्गुणों को विकसित करने में भी मदद करते हैं। कोविड-19 की महामारी के पश्चात जिस तरह से भविष्य की अनिश्चितता और अवसाद विद्यार्थियों के मन में घर करते जा रहे हैं। इस तरह की प्रतियोगिताएं और उत्सव का माहौल उनके नकारात्मक भावों को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने में सहायक होते हैं। इस समय प्रकृति भी स्वर्णिम रश्मियों से बिनी पुष्पों, नव कोपलो की पीली-हरी साड़ी में अत्यंत मनोहारिणी लगती है।

"स्वर्णम अभ्युथानम" की रूपरेखा तय

लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध सभी 545 महाविद्यालय एक परिवार, एक इकाई की तरह कार्य करें। इसके लिए प्रत्येक जिले में एक महाविद्यालय को नोडल ऑफिस और उसी महाविद्यालय से एक शिक्षक को नोडल ऑफिसर बनाया गया। लखनऊ में दो नोडल कॉलेज और दोनों कॉलेज से एक-एक नोडल ऑफिसर बनाया गया। शिया पीजी कॉलेज से नवाब मसूद अब्दुल्ला और अटल बिहारी बाजपेई नगर निगम डिग्री कॉलेज से डॉ एससी पांडे को नोडल ऑफिसर बनाया गया। रायबरेली में फिरोज गांधी महाविद्यालय से डॉ बीडी मिश्रा, हरदोई में सुभाष चंद्र बोस पीजी कॉलेज से डॉ नीरज त्रिवेदी, लखीमपुर में युवराज दत्त पीजी कॉलेज से प्रो हेमंत पाल और महात्मा बुद्ध लोक कल्याण एवं ग्रामीण विकास संस्थान से डॉ राजेश बघेल तथा सीतापुर में सैक्रेड हार्ट डिग्री कॉलेज से डॉ योगेश चंद्र दीक्षित को नोडल ऑफिसर बनाया गया। प्रत्येक जिले में विश्वविद्यालय का भी एक नोडल इंचार्ज नियुक्त किया गया। लखनऊ में विश्वविद्यालय से डॉ सुनीता श्रीवास्तव, रायबरेली में नवीन परिसर से प्रो सतीश पांडे, हरदोई में विश्वविद्यालय डॉ किरण लता डंगवाल, लखीमपुर में विश्वविद्यालय से डॉ मनीष श्रीवास्तव और सीतापुर में लखनऊ विश्वविद्यालय से डॉ मीरा सिंह को इंचार्ज नियुक्त किया गया।

छह चरणों में होगा कार्यक्रम

15 से 20 फरवरी तक होने वाले कार्यक्रमों को दिन के हिसाब से छह चरणों में बांटा गया।

  • पहले चरण में इंटरकॉलेजिएट यूथ फेस्ट का शुभारंभ और 10 प्रतियोगिताओं को जोनल लेवल पर कराया जाएगा जिसमें सभी जोनल हेड इन कार्यक्रमों को कराएंगे और उनके निर्णय अंतिम माने जाएंगे।
  • द्वितीय चरण में शेष 5 प्रतियोगिताओं को कराया जाएगा और इसमें भी सभी जोनल हेड इन प्रतियोगिताओं को कराएंगे।
  • तृतीय चरण में अलग-अलग महाविद्यालयों के प्रथम, द्वितीय विजेता फाइनल कंपटीशन के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय में एकत्र होंगे और इसमें अलग-अलग प्रतियोगिताओं के लिए नियुक्त निर्णायक मंडल का फैसला मान्य होगा।
  • फेज़ 4 में टीम सांस्कृतिकी और सभी जोनल हेड निर्णय को अंतिम रूप देंगे ।
  • फेज़ 5 में समस्त कार्यक्रम की रिपोर्ट लिखी जाएगी और टीम सांस्कृतिकी द्वारा सभी जोनल हेड को सम्मानित किया जाएगा।
  • फेस 6 में कुलपति महोदय द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय हॉल में पुरस्कार वितरण होगा। यह कार्यक्रम सांस्कृतिकी द्वारा संपादित किया जाएगा।

कुल 16 प्रतियोगिताओं विद्यार्थी भाग लेंगे

इंटरकॉलेजिएट यूथ फेस्ट का भव्य शुभारंभ 15 फरवरी को शिया कॉलेज में कुलपति प्रो आलोक कुमार राय द्वारा किया जाएगा। इस फेस्ट में कुल 16 प्रतियोगिताओं में विद्यार्थी प्रतिभाग करेंगे। स्टैंड अप कॉमेडी को विशेष इवेंट की तरह रखा गया है।

प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले जरूरी सूचना

  • इवेंट में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को अपने महाविद्यालय अथवा संस्था से प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आना होगा।
  • अपना आई कार्ड या आईडी प्रूफ भी लेकर आना होगा।
  • प्रतिभागियों को प्रतियोगिताओं में भाग लेने से संबंधित समस्त सामग्री स्वयं लानी होगी।
  • साथ ही उन्हें प्रतियोगिता स्थल पर प्रतियोगिता के समय से कम से कम 45 मिनट पूर्व पहुंचना होगा।
  • प्रत्येक महाविद्यालय अथवा संस्था को किसी ऐसे व्यक्ति का नाम और ईमेल देना होगा जिससे भविष्य में संवाद स्थापित किया जा सके।
  • प्रतियोगिता के पश्चात निर्णायकों का निर्णय अंतिम होगा, उसे किसी भी प्रकार से चुनौती नहीं दी जा सकती।
  • प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को कोई शुल्क नहीं देना होगा।

जाने किसको क्या जिम्मेदारी मिली

इस मेगा इवेंट की एडवाइजरी बोर्ड में प्रो पूनम टंडन प्रो बीडी सिंह, प्रो अवधेश कुमार, प्रो राकेश द्विवेदी, संजय मेधावी, प्रो अनूप सिंह और डॉ दुर्गेश श्रीवास्तव शामिल हैं। डॉ अनुपमा श्रीवास्तव और डॉ हिमांशु पांडे इवेंट कोऑर्डिनेटर के रूप में है। मीडिया प्रभारी प्रो श्रुति, प्रो अलका पांडे और डॉ वसुधा कुमार हैं। प्रो अनिल मिश्रा और प्रो बबीता जायसवाल डिजिटल डेवलपमेंट का कार्यभार संभालेंगे। टि्वटर मांडवी श्रीवास्तव हैंडल करेंगी तो एस्थेटिक की जिम्मेदारी डॉ भुवनेश्वरी भारद्वाज की है। प्रो मधुरिमा प्रधान, डॉ वैशाली सक्सेना, डॉ अर्चना शुक्ला, डॉ अनु कोहली, डॉ कुसुम यादव, डॉ आरके यादव, डॉ उत्कर्ष मिश्रा, एग्जीक्यूटिव मेंबर हैं। ओम प्रताप सिंह तथा एकता सिंह छात्र प्रतिनिधि के रूप में इस कार्यक्रम से जुड़े हुए हैं।

Tags:    

Similar News