Lucknow University: PhD छात्राएं पा सकेंगी 5 हजार रुपये प्रति माह, 'शोध मेधा छात्रवृत्ति' के लिए आवेदन शुरू
Lucknow Latest News : लखनऊ विश्वविद्यालय में रिसर्च में महिलाओं की भागीदारी और बढ़ाने के लिए शोध मेधा छात्रवृत्ति शुरू की गई है। जिसके जरिए छात्राएं 5 हज़ार रुपये प्रति माह की छात्रवृत्ति पा सकेंगी।
Lucknow News: शोध को बढ़ावा देने और विशेष रूप से अनुसंधान और विकास में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए, लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) ने 'शोध मेधा छात्रवृत्ति' के लिए योग्य महिला शोधार्थियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस छात्रवृत्ति की शुरुआत पिछले साल कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा की गई थी। ताकि शोध पर विशेष जोर दिया जा सके और महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा दिया जा सके।
आवदेन की अंतिम तारीख़ 15 जून
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो पूनम टंडन ने बताया कि आवेदन की अंतिम तिथि 15 जून 2022 रखी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रवृत्ति की संख्या और चुनाव विशेष रूप से बनाई गई समिति द्वारा तय की जाएगी, जो आवेदन पत्रों की संख्या एवं धनराशि की उपलब्धता के आधार पर होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी महिला छात्र 'शोध मेधा छात्रवृत्ति' के लिए आवेदन कर सकती है, जो मानदंडों को पूरा करती हो।
ये हैं मानदंड
- छात्रा ने नेट, नेट-एलएस, गेट उत्तीर्ण किया हो और लखनऊ विश्विद्यालय के मुख्य परिसर में पीएच.डी. पाठ्यक्रम में एक पंजीकृत छात्र के रूप में दर्ज हो।
-उसे किसी अन्य स्रोत से फेलोशिप/छात्रवृत्ति सहित किसी भी प्रकार की वित्तीय सहायता न मिल रही हो।
छात्रवृत्ति के जरिये मिलेगा 5000 रुपये प्रतिमाह
छात्रवृत्ति की प्रारंभिक अवधि एक वर्ष के लिए होगी और संबंधित विभागीय अनुसंधान समिति की सिफारिश पर वार्षिक आधार पर दो और वर्षों के लिए बढ़ाई जाएगी। इस छात्रवृत्ति के जरिये छात्राओं को प्रति महीना 5000₹ मिल सकेगा। जबकि, छात्रवृत्ति की निरंतरता के लिए, छात्र की उपस्थिति और शोध प्रगति संतोषजनक होनी चाहिए। इच्छुक शोध छात्राऐं डीएसडब्ल्यू के वेबपेज पर दिए गए निर्धारित प्रारूप में ऑनलाइन गूगल फॉर्म के माध्यम से आवेदन जमा कर सकते हैं।
गौरतलब है कि शोध मेधा छात्रवृत्ति उन तीन स्कॉलरशिप कार्यक्रमों में से एक है, जिसे पहले चल रही निर्धन छात्र सहायता कोष के स्थान पर शुरू किया गया है। ध्यान रहे कि यह शोध मेधा छात्रवृत्ति कार्यक्रम का दूसरा चरण है और सत्र 2021-22 में प्राप्त 10 छात्र पहले से ही अपने शोध कार्य के लिए काम कर रहे हैं।