Lucknow University: योग व प्राकृतिक शिक्षा में शुरू होगा 5 वर्ष का BNYS कोर्स, इस सत्र से 50 सीटों पर होगा प्रवेश
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की फैकल्टी ऑफ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन भारतवर्ष की योग एंड वैकल्पिक चिकित्सा की प्रथम फ़ैकल्टी हैं।
Lucknow University: राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University News) की फैकल्टी ऑफ योग एंड अल्टरनेटिव मेडिसिन भारतवर्ष की योग एंड वैकल्पिक चिकित्सा की प्रथम फ़ैकल्टी हैं। फैकल्टी की स्थापना लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय (Vice Chancellor Professor Alok Kumar Rai) के निर्देशन में सत्र-2020-2021 में विश्वविद्यालय के द्वितीय परिसर, जानकीपुरम में की गई हैं।
पांच वर्षीय कोर्स 50 सीटों पर होगा शुरू
फ़ैकल्टी के प्रोफ़ेसर इन्चार्ज प्रोफेसर नवीन खरे (Professor Naveen Khare) ने बताया कि यह फ़ैकल्टी योग, वैकल्पिक चिकित्सा और प्राकृतिक चिकित्सा में पठन-पाठन सम्पन्न करवा रही हैं। यहाँ पर योग के स्नातक एवं परास्नातक और पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। फ़ैकल्टी के स्नातक एवं परास्नातक पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति के तहत बनाये गए हैं। इस सत्र से फ़ैकल्टी में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा से सम्बंधित B.N.Y.S पांच वर्षीय डिग्री पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु आवेदन आमंत्रित किये जाएँगे, इस पाठ्यक्रम की सीट संख्या-50 हैं। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश मेरिट/लिखित परीक्षा के आधार पर होगा प्रवेश हेतु अहर्ता-इंटरमीडिएट (बायोलॉजी ग्रुप) निर्धारित की गई है।
इस कोर्स में पढ़ाए जाएंगे ये विषय
फैकल्टी के को-ऑर्डिनेटर डॉ अमरजीत यादव (Co-ordinator Dr Amarjeet Yadav) ने बताया कि इस पाठ्यक्रम में मानव शरीर, स्वास्थ्य, रोग, रोगों का प्राकृतिक निदान सहित योग प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न पद्धतियों में शिक्षण प्रदान किया जाएगा। यह पाठ्यक्रम पूर्णकालिक होगा और नवीन परिसर में संचालित किया जाएगा। डॉ यादव ने बताया कि यह पांच वर्षीय पाठ्यक्रम बोर्ड ऑफ स्टडीज, फैकल्टी बोर्ड, एकेडेमिक कॉउन्सिल और कार्य परिषद से अनुमोदित किया जा चुका है। इस पाठ्यक्रम को संचालित करने के लिए आवश्यक संसाधन जुटाए जा रहे हैं। व्याख्यान कक्षों को सुसज्जित किया जा चुका है। और जल्दी ही योग प्राकृतिक चिकित्सा हॉस्पिटल का प्रस्ताव निर्मित कर प्रेषित किया जा रहा है।
कोर्स करने के बाद इन जगहों पर मिलेगी नौकरी
इस चिकित्सालय में इस पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को योग प्राकृतिक चिकित्सा से सम्बंधित व्यवहारिक ज्ञान प्रदान किया जाएगा। बहिरंग रोगी विभाग में जन सामान्य भी इसका लाभ उठा सकते हैं। B.N.Y.S पाठ्यक्रम पूर्ण करने के बाद छात्र छात्राएं आयुष मंत्रालय भारत सरकार, स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार और राज्य सरकारों की विभिन्न परियोजनाओं में जॉब प्राप्त कर सकते हैं। विभिन्न प्रदेशों में इस डिग्री के आधार पर योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के चिकिसाधिकारी नियुक्त किये जाते हैं। इस पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के बाद छात्र-छात्राएं अपना निजी योग एवं प्राकृतिक चिकित्सालय व क्लानिक प्रारंभ कर सकते हैं।
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