Lucknow Weather Today: फरवरी में आसमान से बरस रही आग ! गेहूं की फसल को नुकसान, अभी और चढ़ेगा तापमान

Lucknow Ka Mausam 24 February 2023: फरवरी में गर्मी बेतहाशा बढ़ रही है। चढ़ते तापमान से गेंहू की फसल मसमय से पहले पकने लगी है। इससे किसानों के चेहरे मायूस हैं।

Written By :  aman
Update: 2023-02-24 01:36 GMT

प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

Lucknow Ka Mausam 24 February 2023: यूपी की राजधानी लखनऊ वर्षों बाद फरवरी में इतना गर्म रहा है। लखनऊ में शुक्रवार (24 फ़रवरी) सुबह का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। शहर के वो इलाके जहां नमी अधिक है, वहां हल्का कुहासा नजर आया। लेकिन दिन चढ़ते ही सूर्य की रोशनी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया। दोपहर तक अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। गुरुवार को भी राजधानी में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के करीब रहा था।

 आंचलिक मौसम विभाग का कहना है, बदलते मौसम का सबसे बुरा असर फसलों पर देखा जा रहा है। तापमान में वृद्धि से गेहूं की पैदावार प्रभावित हो रही है। अनुमान है कि, ऐसी गर्मी पड़ती रही तो खेतों की नमी सूखने लगेगी। जिससे गेहूं के दाने छोटे होंगे। यदि ऐसा हुआ तो किसानों को काफी नुकसान हो सकता है। लगातार बढ़ते तापमान से किसानों के चेहरे अभी से मायूस होने लगे हैं।

अभी चढ़ता ही जाएगा तापमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग की मानें, तो पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) की वजह से लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है। राजधानी में तेजी से पारा ऊपर चढ़ना शुरू हो गया है। फिलहाल सुबह और शाम मौसम में ठंडक रहती है। गुरुवार को हवाओं ने दोपहर में गर्मी से जहां राहत दी, वहीं हल्का सर्द बढ़ाया। आलम ये है कि, अब से कुछ दिनों पहले तक जो धूप सुकून देती थी, अब उसमें बैठना मुश्किल हो रहा है। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा। इस बार मार्च महीने में ही गर्मी का सितम दिखने लगेगा।  

प्रकृति में हुए असंतुलन की वजह से बढ़ी गर्मी 

मौसम वैज्ञानिक बताते हैं कि, वो आपस में तमाम ब्‍यौरों को साझा करते रहते हैं। जिसके बाद आंकलन किया जाता है। भविष्य के मौसम का पूर्वानुमान भी निकाला जाता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि, प्रकृति में हुए असंतुलन की वजह से तापमान में इस तरह की बढ़ोतरी देखी जा रही है। सूर्य की तपिश सीधे धरती पर पड़ रही है। अनुमान है कि, फ़रवरी में ही अभी तापमान में और वृद्धि देखी जा सकती है। ऐसा डेढ़ दशक बाद देखने को मिल रहा है। फ़रवरी में 2006 के बाद 2023 में गर्मी ने रिकॉर्ड तोड़ा है। 

फसलों पर दिखेगा इसका असर

समय से पहले गर्मी शुरू होने की वजह से फसलों पर इसका विपरीत असर दिखाई देगा। खासकर गेहूं की पैदावार प्रभावित हो सकती है। दरअसल, फरवरी ही वो महीना होता है जब गेहूं के दाने मजबूत होते हैं। इस समय मौसम सुहावना होना होता है। धरती में नमी होती है। लेकिन, इस बार तापमान अधिक होने से यह समय से पहले ही पक जाएंगे। जिससे पैदावार पर असर दिखेगा। इससे बीज काफी कमजोर रह सकता है। कृषि विशेषज्ञ बताते हैं कि, अगर किसी किसान को ये लग रहा हो कि उसके खेत की नमी तेजी से कम होने लगी है तो वह नियमानुसार खेतों को पानी दे सकता है। साथ ही, जैविक आधारित खाद का उपयोग कर सकता है। इससे फसल को अधिक नुकसान से बचाया जा सकता है।

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