Lucknow University: शोध मेधा छात्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए 10 दिनों का समय, विभागाध्यक्ष से लेनी होगी सहमति

Lucknow University: अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. संगीता साहू की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उनका कहना है कि शोध मेधा छात्रवृत्ति का विस्तारीकरण जरूरी है। इसके लिए शोधार्थियों को अपने प्रार्थना पत्र पर सुपरवाइजर और विभागाध्यक्ष से लिखवाना होगा कि उनकी प्रोग्रेस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया है।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-07-17 16:00 IST

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 के तहत शोध मेधा छात्रवृत्ति को बढ़ाने के लिए शोधार्थियों को 10 दिनों का समय दिया गया है। इस संबंध में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. संगीता साहू की ओर से निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उनका कहना है कि शोध मेधा छात्रवृत्ति का विस्तारीकरण जरूरी है। इसके लिए शोधार्थियों को अपने प्रार्थना पत्र पर सुपरवाइजर और विभागाध्यक्ष से लिखवाना होगा कि उनकी प्रोग्रेस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया है। साथ ही विभागीय शोध समिति (डीआरसी) ने भी अपनी मंजूरी भी प्रदान कर दी है। डीएसडब्ल्यू ने बताया कि शोधार्थियों को पत्र में लिखी प्रक्रिया पूरी करते हुए 10 दिनों के भीतर अपना प्रार्थना पत्र जमा करना होगा।

कर्मयोगी छात्रों की जरूरत को लेकर लिखा पत्र

एलयू में छात्रों को पढ़ाई के साथ कमाई करने के लिए कर्मयोगी योजना चलाई जा रही है। इसके जरिए चयनित कर्मयोगी छात्रों को अपनी कक्षा समाप्त होने के बाद अधिकतम 50 घंटे किसी विभाग में कार्य करना होता है। जिसके लिए उन्हें 15 हजार रूपये दिए जाते हैं। इस संबंध में डीएसडब्ल्यू प्रो. संगीता साहू ने सभी विभागाध्यक्षों, निदेशकों और समन्वयकों को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कर्मयोगी छात्रों की जरूरत के लिए कार्य का ब्यौरा और जरूरी स्किल मांगी है। जिसे सभी को 25 जुलाई तक भेजना होगा।

कर्मोदय इंटर्नशिप के लिए 25 जुलाई तक भेजे पत्र

डीएसडब्ल्यू प्रो. संगीता साहू ने कर्मोदय योजना को लेकर भी विभागों से जरूरत बताने को कहा है। जिससे छात्रों को कर्मोदय योजना के जरिए विभागों में इंटर्नशिप प्रदान की जा सके। इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों, निदेशकों और समन्वयकों को 25 जुलाई तक सूचना भेजनी होगी।

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