Lucknow News: लखनऊ से हटाई जाएंगी 130 बूढ़ी बसें, योगी सरकार का बड़ा फैसला
Lucknow News: अनफिट व पुरानी सिटी बसें आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रही हैं। पिछले एक साल में 17 बसें आग लगने, ब्रेक फेल व इंजन में गड़बड़ी की वजहों से हादसे का शिकार हो चुकी हैं।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सड़कों पर दौड़ रहीं अनफिट सिटी बसों को हटाया जाएगा। अपनी उम्र पूरी कर चुकीं 130 सीएनजी बसों को 15 अगस्त तक रूट से हटाने की तैयारी है। इसके बाद ई बसों का ही संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद दौड़ रहीं अनफिट बसों को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। गोमतीनगर और दुबग्गा डिपो से शहर के 22 मार्गों पर चल रही सीएनजी बसों को धीरे-धीरे हटाया जाएगा। इनके बदले 125 इलेक्ट्रिक बसें बेड़े में शामिल कर यात्रियों को सहूलियत दी जाएगी।
परिवहन विभाग के अनफिट वाहनों के खिलाफ चल रहे अभियान में सिटी ट्रांसपोर्ट की बसों को भी शमिल किया जा रहा है। दो डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों की बैठक बुलाकर सीएनजी की सिटी बसों को नीलाम कर रूट से हटाने के निर्देश सिटी ट्रांसपोर्ट प्रशासन ने दिए हैं। इससे करीब 20 हजार दैनिक यात्रियों का सफर प्रभावित होने की आशंका है। इस संबंध में सिटी ट्रांसपोर्ट के प्रबंध निदेशक आरके त्रिपाठी का कहना है कि ई बसें चलने से सफर आसान हो जाएगा।
पुरानी बसें हो रही दुर्घटनाओं का शिकार
अनफिट और पुरानी सिटी बसें आए दिन दुर्घटनाओं का शिकार हो रही हैं। पिछले एक साल में 17 बसें आग लगने, ब्रेक फेल व इंजन में गड़बड़ी की वजहों से हादसे का शिकार हो चुकी हैं। इसीलिए इन बसों को सड़कों से हटाने का फैसला किया गया है।
111 कंडक्टरों की भर्ती शुरू
परिवहन विभाग ने लखनऊ परिक्षेत्र में 111 कंडक्टरों की भर्ती शुरू कर दी है। ऐसे में अब बसों को वर्कशॉप में नहीं खड़ा रहना पड़ेगा और यात्रियों को भी राहत मिलेगी। अधिकारियों ने बताया कि 15 से 23 जुलाई तक रोजगार एवं सेवायोजन की ओर से गोमतीनगर के अंबिका टावर में अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया जा रहा है। रोजाना 60 आवेदकों को बुलाया जा रहा है। इसके बाद 111 परिचालकों की मेरिट बनेगी। सफल रहने वाले अभ्यर्थी सिक्योरिटी मनी जमा कर आउटसोर्स परिचालक नियुक्त हो जाएंगे। ये अगस्त के पहले सप्ताह से ड्यूटी शुरू कर देंगे। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ में कंडक्टरों की कमी से कई बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है।