Lucknow News: संदेशखाली प्रकरण के विरोध में एबीवीपी ने किया प्रदर्शन, ममता सरकार का फूंका पुतला
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई ने संदेशखाली प्रकरण के विरोध में प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार का पुतला फूंका।
Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई ने संदेशखाली प्रकरण के विरोध में प्रदर्शन किया। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल की ममता सरकार का पुतला फूंका। इसके बाद विद्यार्थी परिषद की ओर से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया।
एबीवीपी ने फूंका ममता सरकार का पुतला
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट संख्या एक पर संदेशखाली प्रकरण के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने ममता बनर्जी की सरकार का पुतला फूंका। सरकार के विरोध में सभी ने नारेबाजी भी की। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के नेता हिंदू घरों से जबरन नाबालिग कन्या व महिलाओं को चिन्हित कर उनका अपहरण कर लेते हैं। उसके बाद पार्टी कार्यालय में लाकर महिलाओं पर अत्याचार करते हैं। विद्यार्थी परिषद ने इस प्रकरण में कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
महिला विरोधी है ममता सरकार
एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ला ने कहा कि संदेशखाली में बंगाल सरकार द्वारा संपोषित हिंसा व अत्याचार दुर्भाग्यपूर्ण है। जो ममता बनर्जी सरकार की महिला विरोधी छवि को उजागर करती है। हिंदू महिलाओं को चिन्हित कर टीएमसी कार्यालय में महिलाओं व नवयुवतियों के साथ जबरन दुराचार के अनेकों प्रकरण सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करते हुए टीएमसी द्वारा इस प्रकरण को समाज से दूर रखने के भी काफी प्रयत्न किए गए हैं। राष्ट्रीय मंत्री ने कहा कि विद्यार्थी परिषद संदेशखाली की इस कुत्सित घटना को समाज तक पहुंचाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए आंदोलन कर रही है। हमारी मांग है कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए।
दोषियों पर हो कठोर कार्यवाही
विद्यार्थी परिषद अवध प्रांत छात्रा कार्य संयोजक सृष्टि सिंह ने कहा कि टीएमसी के नेताओं द्वारा हिंदू महिलाओं का दिन प्रतिदिन जबरन अपरहण कर अत्याचार एवं दुराचार करने के अनेक प्रकरण सामने आते हैं। जो किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है। बंगाल की ममता सरकार को इस पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए। प्रदेश की कानून व्यवस्था को ठीक करना चाहिए। क्षमा श्रीवास्तव ने कहा कि महिलाएं मातृशक्ति का प्रतीक मानी जाती हैं। ममता बनर्जी खुद एक महिला हैं। अगर उनके दिल में नारी के प्रति करुणा नहीं है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।