Bahraich Danga : बहराइच दंगे के पीड़ितों से मिलने जा रहे जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में लिया गया
Bahraich Danga : उत्तर प्रदेश के बहराइच में दंगा पीड़ितों से मिलने जा रहे जमीयत उलमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल को शनिवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचने पर पुलिस अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया।
Bahraich Danga : उत्तर प्रदेश के बहराइच में दंगा पीड़ितों से मिलने जा रहे जमीयत उलमा-ए-हिंद के एक प्रतिनिधिमंडल को शनिवार को लखनऊ एयरपोर्ट पर पुलिस अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया। इसकी प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी कर रहे थे। बताया जा रहा है कि जैसे ही प्रतिनिधिमंडल लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचा, वहां पहले से मौजूद अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया।
जमीयत ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल सांप्रदायिक दंगों के पीड़ितों की सहायता के लिए बहराइच जा रहा था। यह प्रतिनिधि मंडल दिल्ली से भेजा गया था, ताकि दंगा प्रभावितों से मिलकर उनकी स्थिति का आकलन किया जा सके और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा सके। हालांकि लखनऊ एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया गया है।
जमीयत उलमा-ए-हिंद ने पुलिस द्वारा अपने प्रतिनिधिमंडल को हिरासत में लेने पर चिंता जताई है और अपने सदस्यों की तत्काल रिहाई की मांग की। इसके साथ ही जमीयत ने कहा कि ये प्रतिनिधि मंडल अपने सामाजिक और मानवीय कर्तव्यों का पालन करना जारी रखेगा और इस तरह की हरकतें न्याय और एकजुटता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को नहीं रोक सकती हैं।
बता दें कि बहराइच के महसी तहसील के महाराजगंज में दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें राम गोपाल मिश्रा (22) की गोली लगने से मौत हो गई थी। इसके बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया और तोड़फोड़ व आगजनी शुरू हो गई। भीड़ ने घरों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं, पुलिस प्रशाासन ने अज्ञात दंगाइयों और कुछ नामजद आरोपियों के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की हैं।
इस बीच, बहराइच हिंसा मामले में आरोपी एक व्यक्ति और 22 अन्य के घरों पर नोटिस चिपकाए गए हैं, जिसमें उन्हें तीन दिनों के भीतर अवैध निर्माण हटाने और कार्रवाई की चेतावनी दी गई। यह बुलडोजर कार्रवाई 23 लोगों (19 मुस्लिम और चार हिंदुओं) के खिलाफ पहले चरण में शुरू की जाएगी।