Lucknow Crime News: बंथरा के ऋतिक हत्याकांड में दो दरोगा और एक सिपाही सस्पेंड, शिकायत सुनने की जगह तीनों देख रहे थे रील

Lucknow Crime News: न्यूज़ट्रैक से बातचीत में डीसीपी ने दरोगा व सिपाही के सस्पेंड किए जाने की पुष्टि की है। हालाँकि, घटना के 48 घंटे बीतने के बावजूद पुलिस अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।

Written By :  Santosh Tiwari
Update: 2024-07-23 15:18 GMT

मृतक ऋतिक पांडेय (File Photo)

Lucknow Crime News: बंथरा इलाके में ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत को लेकर हुए विवाद के बाद ऋतिक पांडेय (20) पुत्र इंद्रकुमार पांडेय की घर में घुसकर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस ने जमकर लापरवाही बरती थी। इस बात के आरोप परिजन भी शुरू से लगा रहे थे। शुरूआती जाँच में लापरवाही के आरोप सामने आने पर डीसीपी साउथ तेज स्वरूप सिंह ने बंथरा थाने में तैनात दरोगा सुभाष चंद्र, सुशील यादव और सिपाही यतीन्द्र को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम भी गठित की गई है। न्यूज़ट्रैक से बातचीत में डीसीपी ने दरोगा व सिपाही के सस्पेंड किए जाने की पुष्टि की है। हालाँकि, घटना के 48 घंटे बीतने के बावजूद पुलिस अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। इस सवाल का जवाब देते हुए एडीसीपी साउथ शशांक सिंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई हैं। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

यह था मामला

रविवार रात बंथरा के कुछ घरों में लाइट नहीं आ रही थी उसे ठीक करवाने के लिए आसपास के लोग ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर के पास ही कुछ घरों में लाइट आ रही थी इस पर उक्त घरों के लोगों ने बिजली ठीक करने का विरोध किया। इस दौरान मृतक ऋतिक पांडेय भी वहां मौजूद था और उसकी आरोपियों से मामूली बहस हुई थी। बहस के बाद सब सामान्य हो गया था और सभी लोग वहाँ से अपने घर लौट गए। मृतक के पिता इंद्रकुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि रात करीब 10 :30 बजे अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह अपने कई साथियों को लेकर लाठी-डंडों व असलहों के साथ घर में घुस गए। आरोपियों ने नौकर मैकू रावत, बेटे अभिषेक उर्फ़ रमन और ऋतिक को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। अंदरूनी चोटें ज़्यादा गंभीर होने के कारण रात में अचानक ऋतिक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे की इसी बीच ऋतिक की मौत हो गई । सोमवार को साउथ जोन के अधिकारियों के निर्देश पर उक्त पांचों नामजद आरोपियों सहित 10 अज्ञात पर ह्त्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।

शिकायत लेने की जगह देखते रहे रील 

परिजनों ने कहा कि ऋतिक और हमारा पूरा परिवार घर में था। इसी बीच उक्त आरोपी घर में घुस आए और जमकर मारपीट की। इस बात की शिकायत करने जब हम लोग थाने पहुंचे तो वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों ने शिकायत ही नहीं ली। वह हंसी मजाक करते हुए मोबाइल पर रील देखने में लगे रहे और सुबह आने की बात कहकर सबको वहाँ से भगा दिया। इधर रात में इलाज कराने के लिए ले जाते वक्त ही बेटे रोहित ने दम तोड़ दिया।

अस्पताल में हुआ प्रदर्शन तो जागे जिम्मेदार

जब युवक की मौत हो गई तो परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। सुबह बड़ी संख्या में जुटे परिजनों और स्थानीय लोगों ने लोकबंधु अस्पताल में शव रखकर धरना प्रदर्शन शुरू किया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जब पुलिस को अस्पताल में प्रदर्शन की सूचना मिली तो अधिकारियों के हाथ-पाँव फूल गए। इसके बाद आनन-फानन में मौके पर पहुंचे साउथ जोन के अधिकारियों ने मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया और समझा-बुझाकर परिजनों को शांत कराया।

पहले की लापरवाही, अब कर रहे धरपकड़ 

अगर पुलिस घटना वाली रात ही इस मामले को गंभीरता से ले लेती तो शायद सभी आरोपी उसी रात गिरफ्त में आ जाते लेकिन पुलिस ने परिवार की शिकायत तक नहीं ली और इस मामले में जमकर लापरवाही बरती। वहीं, चोटें ज्यादा गंभीर होने के कारण रात में ही ऋतिक ने दम तोड़ दिया। ऋतिक की मौत की खबर जब आरोपियों को मिली तो वह सब बड़े आराम से गांव छोड़कर फरार हो गए। अब पुलिस आरोपियों की तलाश में उनकी रिश्तेदारी से लेकर अन्य जगहों की ख़ाक छान रही है। इधर, मंगलवार को परिजनों ने मृतक ऋतिक के शव का कानपुर स्थित गंगाघाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं, गाँव में तनाव होने के चलते बड़ी संख्या में पुलिस व पीएसी को भी तैनात किया गया है।

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