Lucknow News: बसंती रंगों से सजा केजीएमयू, धूमधाम से मनाई गयी 112 साल पुरानी परंपरा
Lucknow News: बसंत पंचमी के इस विशेष अवसर पर राजधानी के केजीएमयू में आज 14 फरवरी को बसंत पंचमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
Lucknow News: बसंत पंचमी का यह त्योहार मां सरस्वती के समर्पण और उपासना का पर्व है, जो हर साल उत्साह और हर्ष के साथ मनाया जाता है। इस विशेष अवसर पर, राजधानी के केजीएमयू में आज अर्थात 14 फरवरी को बसंत पंचमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। कल केजीएमयू में सरस्वती मंदिर में पूजा की तैयारियां आखिरी चरण में थी। आज केजीएमयू का पूरा परिसर बसंती फूलो से सजा हुआ था इस अवसर पर, केजीएमयू के सभी छात्र सरस्वती मंदिर के पार्क को फूलों से सजाते नज़र आये हैं। छात्रों के साथ-साथ कुलपति सोनिया नित्यानंद भी पूजा में शामिल हुई।
छात्रों ने सजाया पूरा परिसर
केजीएमयू के छात्रों ने अपनी मेहनत से पूरे परिसर को बसंत पंचमी के अवसर पर खूबसूरत फूलों से सजाया है, जिससे पूरा दृश्य मनमोहक हो गया। यहां तक कि सभी छात्र बीते दिनों से यहां पर काम कर रहे हैं, फूलों की रंगोली बनाई गयी, सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है ताकि जो लोग पूजा में शामिल होने पहुंचे, वे अपनी खूबसूरत तस्वीरें भी ले सके।
बसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की पूजा
केजीएमयू के छात्रों द्वारा बनाई गई फूलों की रंगोली में मां सरस्वती की वीणा और शंख ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। सरस्वती पूजा में केजीएमयू के डॉक्टर, शिक्षक, और एमबीबीएस छात्रों समेत अन्य लोग भी शामिल हुए। केजीएमयू में मां सरस्वती की पूजा वसंत पंचमी के अवसर पर विगत 112 सालों से होती आ रही है। पूजा की तैयारी के लिए सभी शिक्षक और सीनियर मिलकर पूरा सहयोग करते हैं।
112 साल पुरानी है परम्परा
केजीएमयू के छात्रों और संस्थान के सदस्यों के लिए सरस्वती पूजा का त्योहार बहुत खास है। गौरी मिश्रा ने बताया कि यह परंपरा केजीएमयू में 112 साल पुरानी है और यहां पर सरस्वती पूजा का आयोजन हर साल किया जाता है। बसंत पंचमी के दौरान संस्थान में एक अभिवादन समारोह आयोजित किया जाता है। जिसमें विद्यार्थी और शिक्षक एक साथ आते हैं और मां सरस्वती की पूजा करते हैं। यह त्योहार उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में भव्यता के साथ मनाया जाता है। इससे न केवल धार्मिक भावनाओं को महत्व दिया जाता है, बल्कि यह छात्रों को एक-दूसरे के साथ जुड़ने और सामूहिक रूप से खुशियों का आनंद लेने का भी मौका देता है। सुबह 10 बजे हवन से पूजा की शुरुआत हुई जिसमें केजीएमयू की कुलपति सोनिया नित्यानंद भी पूजा में शामिल हुई।