Lucknow News: तीसरे बड़े मंगल पर हर तरफ लगे भंडारे, बजरंगबली की भक्ती में रंगा लखनऊ
Lucknow News: चिलचिलाती धूप में ठंडा रूआफ्जा, पानी भी स्टाल लगाकर पिलाया जाता है। भंडारे में शब्जी पूड़ी का सबको इंतजार रहाता है। यहां सब लाइन में लग के प्रसाद ग्रहण करते हैं। ऊंच नीच का फर्क नहीं किया जाता है।
Lucknow News: लखन नगरी लखनऊ अपनी संस्कृति और परंपराओं के लिए देश में अलग पहचान रखती है। लखनऊ का खान-पान, पहनावा और मेहमान नवाजी लोगों को काफी अट्रैक्ट करता है। लखनऊ व अवध क्षेत्र में ज्येष्ठ माह का बड़ा महत्व है। प्रत्येक मंगलवार को जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया जाता है। चिलचिलाती धूप में ठंडा रूआफ्जा, पानी भी स्टाल लगाकर पिलाया जाता है। भंडारे में शब्जी पूड़ी का सबको इंतजार रहाता है। यहां सब लाइन में लग के प्रसाद ग्रहण करते हैं। ऊंच नीच का फर्क नहीं किया जाता है। सब एक लाइन में एक साथ खाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ज्येष्ठ की गर्मी में ही बजरंगबली बाबा भूखे-प्यासे भाग दौड़ कर राम के छोटे भाई लक्ष्मण के आमन की तैयारियां किए थे। इसी लिए ज्येष्ठ के प्रत्येक मंगलवार को भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिससे कोई भूखा प्यासा न रहे।
समतामूलक से पॉलीटेक्निक तक लगे कई पंडाल
समतामूलक चौराहे से पॉलिटेक्निक जाते समय रोड के किनारे कई भंडारे के पंडाले लगे हैं। जहां आने-जाने वाले सभी व्यक्ति पूड़ी-शब्जी और ठंडे पानी का आनंद ले रहे हैं। हर तरफ बजरंगबली बाबा के के जयकारे लग रहे।
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हजरतगंज क्षेत्र में दर्जनों भंडारे
हजरतगंज क्षेत्र के एक किमी के दायरे में दर्जनों भंडारे का पांडाल लगा हैं। बड़ा संख्या में श्रद्धालु पंडालों पर प्रसाद ग्रहण करने के लिए उमड़े। चिलचिलाती ग्रर्मी में कोई भूखा प्यासा न रह जाए इस लिए यह प्रथा सालों से चली आ रही है।
फूल-मालों से सजे हनुमान मंदिर
बड़े मंगल पर सुबह से ही हनुमान मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लग जाती हैं। मंदिरें खूबसूरत फूलों से सजा दी जाती हैं। भक्त हनुमान जी को लड्डू और चोला चढ़ा कर भगवान से प्रार्थना करते हैं। बता दें कि इस बार शहर में भंडारों के आयोजन से पहले पुलिस विभाग से अनुमति लेने की एडवाइजरी जारी की गई थी। तमाम विरोध के बाद अब सीर्फ भंडारा कराने से पहले सूचना देने की बात कही गई है।