BSP Meeting: लखनऊ में BSP की बैठक, लोकसभा चुनाव को लेकर मायावाती ने लिये ये बड़े निर्णय
BSP Meeting: राजधानी लखनऊ में बसपा कार्यालय में आयोजित बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने भतीजे आकाश को अपना उत्तराधिकारी ऐलान किया है। वहीं, लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के अलावा कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है।
BSP Meeting: देश में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) की बैठकों का दौर जारी है। चुनाव को लेकर बीते दिनों लखनऊ में बसपा सुप्रीमो के साथ पार्टी पदाधिकारियों की हुई बैठक के बाद रविवार को राजधानी में फिर एक बैठक की है। बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती लखनऊ में रविवार को लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर बीएसपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ एक ऑल इंडिया पार्टी मीटिंग बुलाई। इस ऑल इंडिया पार्टी मीटिंग में मायावती ने चुनाव की तैयारियों पर कई अहम मुद्दों पर चर्चा करते हुए अपना अगला उत्तराधिकारी का ऐलान कर दिया। मायावती ने अपनी राजनीतिक विरासत की गद्दी अपने भतीजे आकाश आनंद को सौंपी है। कई राजनीतिक विश्लेषक मायावती की आज हुए निर्णय को पहले ही घोषित कर चुके थे कि बसपा सुप्रीमो का अगला उत्तराधिकारी उनका भतीजा ही होगा।
उम्मीदवारों सहित कई मुद्दों पर चर्चा
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ लखनऊ में एक ऑल पार्टी बैठक की। बैठक में शामिल होने के लिए मायावती काफी फाइलों के साथ पहुंची। इस दौरान मायावती ने पार्टी की लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कई प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की, जिसमें प्रमुख रूप से उम्मीदवारों की चर्चा शामिल रही। मायावती ने पदाधिकारियों से पार्टी के कैडर विरोधी दलों के फाउल प्ले के सहारे राजनीतिक व चुनाव स्वार्थ का सही से सामना करने के लिए डबल मेहनत से संगठन को मजबूत करने और जनाधार बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लुभावाने वादें से लोगों को जीवन सुधरने वाला नहीं बल्कि सरकार को रोजगार के अवसर 140 करोड़ जनता के हिसाब से पैदा करना चाहिए। उन्होने कहा कि चुनावी गठबंधन से पार्टी को नुकसान अधिक होता है। हमारा वोट अन्य दलों को ट्रांसफर हो जाता है, जबकि दूसरी पार्टियों अपना वोट बीएसपी को ज्यादातर मामलों में ट्रांसफर नहीं कर पाती हैं।
प्रदेश सरकार पर बोला मायावती ने हमला
मायावती ने योगी सरकार पर वार करते हुए कहा कि बीएसपी सरकार के समय लोगों को बेरोजगारी भत्ता, पांच किलो सरकारी अनाज आदि देने जैसी सस्ती लोकप्रियता वाली कार्य नहीं बल्कि जनता को इज्जत से जीने के लिए लाखों सरकारी और गैर सरकारी रोजगार रिकॉर्ड मुहैया करवाये गए। साथ लोकल स्तर पर लोगों को रोजगार देकर पायलन रोका गया, लेकिन मौदूजा भाजपा सरकार इन सब में पूरी तरह असफल रही है। सूबे में गांवों के विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किये गए।
इन लोगों के सामने मायावती ने घोषित किया उत्तराधिकारी
प्रदेश के पार्टी कार्यालय में जारी बैठक में मायावती के अलावा भतीजे आकाश आनंद, बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, राज्यसभा सांसद राजजी गौतम और यूपी के बसपा विधायक उमाशंकर सिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद हैं। बसपा सुप्रीमो ने बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं और पार्टी पदाधिकारियों की मौजूदगी में भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी ऐलान किया है। इस दौरान न केवल यूपी के बल्कि कई राज्यों के बसपा के कैडर के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल बैठक में शामिल थे। विधायक उमाशंकर सिंह ने मायावती भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाने के बारे में जानकारी दी।
BSP अकेले लड़ेगी लोकसाभ चुनाव
बता दें कि लोकसभा चुनाव-2024 की डेट का ऐलान अभी नहीं हुआ है, लेकिन राष्ट्रीय पार्टियों की तैयारियों को लेकर बैठक का दौर अभी से शुरू हो चुका है। केंद्र की सत्ता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व चल रही भाजपा सरकार को हटाने लिए विपक्षीय दल इंडिया गठबंधन के रूप में लामबंद हुए हैं, लेकिन हाल ही में संपन्न हुए 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन दरार देखने को मिली। इन चुनावों का लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा था, जिसको भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मैजिक से जीत लिया। 5 विधानसभा में से 3 मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राज्स्थान में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया और सरकार बनाने जा रही है, जबकि इन चुनाव में कांग्रेस छत्तीसगढ़ राजस्थान खोते हुए तेलंगाना एक मात्र राज्य जीता है। राज्य गठन के बाद पहली बार कांग्रेस की सरकार बनी है। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती पहली ही इंडिया गठबंधन से दूरी बना रखी है। उन्होंने 2024 लोकसभा चुनाव को अकेले दम पर लड़ने का ऐलान किया हुआ है।