Lucknow University: हिंदू अध्ययन केंद्र की होगी स्थापना, पीजी की पढ़ाई भी कर सकेंगे, छात्रों के लिए वैदिक संस्कृति का पेपर अनिवार्य

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में आगामी सत्र से हिंदू अध्ययन में परास्नातक की पढ़ाई शुरू होगी। हिंदू अध्ययन केंद्र की स्थापना की जाएगी। साथ ही संस्कृत विभाग के छात्र-छात्राओं को सनातन वैदिक संस्कृति नामक विषय अनिवार्य रूप से पढ़ना होगा। यह जानकारी कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने दी।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-01-29 13:09 GMT

लखनऊ विश्वविद्यालय में हिंदू अध्ययन केंद्र की होगी स्थापना, आगामी सत्र से छात्रों के लिए वैदिक संस्कृति का पेपर अनिवार्य: Photo- Newstrack

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में आगामी सत्र से हिंदू अध्ययन में परास्नातक की पढ़ाई शुरू होगी। हिंदू अध्ययन केंद्र की स्थापना की जाएगी। साथ ही संस्कृत विभाग के छात्र-छात्राओं को सनातन वैदिक संस्कृति नामक विषय अनिवार्य रूप से पढ़ना होगा। यह जानकारी कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने दी।

एलयू के मंथन कक्ष में कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। उनके साथ स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी भी उपस्थित रहे। स्वामी अभिषेक ने प्रेस वार्ता में स्वामी करपात्री जी महाराज का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि स्वामी करपात्री ने वेदार्थ पारिजात नामक एक ग्रंथ की रचना की थी। जिसमें स्वामी जी ने वेदों की भ्रांतियों को दूर कर उसकी प्रमाणिकता को सिद्ध किया। स्वामी अभिषेक ने बताया कि स्वामी करपात्री जी के ग्रंथ में भारत के उत्थान की बातें लिखी गई हैं। उन्होंने कहा कि हम ऐसे देश हैं जो पूरे विश्व के कल्याण की बात करते हैं। स्वामी अभिषेक का कहना है कि वसुधैव कुटुंबकम और वन अर्थ, वन फैमिली की सोच वेदों से ही निकली है।


हिंदू अध्ययन में दो वर्षीय पीजी की पढ़ाई

कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि विवि स्तर पर जल्द से जल्द हिंदू अध्ययन केंद्र की स्थापना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। जिससे आगामी सत्र 2024-25 से पीजी इन हिंदू स्टडीज पाठ्यक्रम की शुरूआत हो सके। कुलपति के अनुसार, हिंदू अध्ययन केंद्र की स्थापना से सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म पर ठोस अध्ययन किया जा सकेगा।

सनातन वैदिक संस्कृति का पेपर अनिवार्य

प्रेस वार्ता में कुलपति प्रो. आलोक राय ने कहा कि आगामी सत्र से संस्कृत विभाग के स्नातक व परास्नातक के विद्यार्थियों को सनातन वैदिक संस्कृति विषय अनिवार्य तौर पर पढ़ाया जाएगा। प्रो. राय के मुताबिक, बोर्ड ऑफ स्टडीज, फैकल्टी बोर्ड, विद्या परिषद और कार्य परिषद से जल्द ही इसे पास कर दिया जाएगा।


शोध पीठ की स्थापना का प्रस्ताव

कुलपति ने कहा कि एलयू की मंशा है कि हिंदू अध्ययन पर एक शोध पीठ की भी स्थापना की जाए। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। जहां से मंजूरी मिलने के बाद एलयू में हिंदू अध्ययन पर पीएचडी भी कराई जा सकेगी।

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