Lucknow University: स्वच्छता संकल्प अभियान का हुआ शुभारंभ, छात्रों ने प्रस्तुत किया नुक्कड़ नाटक
Lucknow University: मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि 25 सितंबर 2025 को विभिन्न मानकों पर खरे उतरे तीन स्वच्छता दूतों को शोधपीठ की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा।
Lucknow University: शोधपीठ लगातार समुदाय और समाज के विभिन्न वर्गों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। शोधपीठ की विश्वविद्यालय में स्वच्छता दूत और समुदाय में स्वच्छता प्रेरक बनाने की यह अनोखी पहल अवश्य ही विश्वविद्यालय और समाज के विकास के लिए सार्थक सिद्ध होगी। आपने विश्वविद्यालय के सभी विभागों में दो स्वच्छता दूत बनाने का आदेश दिया जो कि वर्ष भर अपने विश्वविद्यालय, विभाग तथा अपने समुदाय के साथ मिलकर उन्हें स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने का प्रयत्न करेंगे। यह बातें कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने कहीं। वह समाज कार्य विभाग में आयोजित स्वच्छता सेवा संकल्प अभियान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
स्वच्छता सेवा संकल्प अभियान का हुआ शुभारंभ
लखनऊ विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग में बुधवार को पं. दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ की ओर से स्वच्छता सेवा संकल्प अभियान का शुभारंभ किया गया। यहां मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि 25 सितंबर 2025 को विभिन्न मानकों पर खरे उतरे तीन स्वच्छता दूतों को शोधपीठ की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा।
छात्रों ने प्रस्तुत किया नुक्कड़ नाकट
कार्यक्रम में समुदाय के 25 बच्चों को स्वच्छता प्रेरक के रूप में चिह्नित करके उन्हें सम्मानित किया गया। उन्हें स्वच्छता किट बांटी गई। छात्रों ने स्वच्छता सेवा संकल्प अभियान थीम पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। कुलपति ने दो वर्षों से पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों व कार्यों पर आधारित चिंतन श्रृंखला-3 (पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के विचार एवं भारत की अर्थनीति) का विमोचन किया। प्रति कुलपति प्रो. मनुका खन्ना, शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. रूपेश कुमार समेत कई अन्य उपस्थित रहे।
गोद लिए गांवों में स्थापित होंगे हाइजीन कॉर्नर
समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष व पं. दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ के निदेशक प्रो. राकेश द्विवेदी ने कहा कि शोध पीठ समुदाय और समुदाय से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शोधपीठ की ओर से गोद लिए गए ग्रामों में हाइजीन कॉर्नर स्थापित होंगे। गांवों में पीठ द्वारा स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।