Lucknow: जनता दर्शन में CM ने फरियादियों की सुनीं समस्याएं, बोले-लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं..
Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रविवार को जनता दर्शन में शाहजहांपुर जनपद से कई फरियादी पहुंचे थे। सीएम ने हर पीड़ित की समस्याओं को सुना।
Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर रविवार को ’जनता दर्शन’ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सैकड़ों फरियादियों की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक सुना और उनके जल्द निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं एक-एक कर सभी फरियादियों के पास पहुंचे और उनकी पीड़ा को सुना। रविवार को ’जनता दर्शन’ में सबसे अधिक शिकायत शाहजहांपुर जनपद से पहुंची। इसमें से अधिकांश शिकायतें जमीन कब्जे व पैमाइश में हीलाहवाली से संबंधित थीं। जिस पर मुख्यमंत्री बेहद नाराज हुए।
सीएम ने जल्द कार्रवाई के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रविवार को जनता दर्शन में शाहजहांपुर जनपद से कई फरियादी पहुंचे थे। सीएम ने हर पीड़ित की समस्याओं को सुना। जमीन पर कब्जा और पैमाइश की काफी शिकायतें सीएम तक पहुंची। फरियादियों ने लेखपाल-कानूनगो की लापरवाही की शिकायत भी मुख्यमंत्री से की। जिस पर मुख्यमंत्री ने तीन दिन के भीतर जिलाधिकारी को कार्रवाई कर अवगत कराने का निर्देश दिया। ऐसे ही मामले आगरा-कानपुर जनपद से भी मिले। मुख्यमंत्री ने सभी फरियादियों को आश्वस्त किया कि उन्हें कतई परेशान होने की जरूरत नहीं है। हर मामले में जल्द कार्रवाई की जाएगी।
कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिया कि फरियादियों की शिकायत जनपद स्तर पर सुनी जाए। किसी भी दषा में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जमीन कब्जे से जुड़े मामलों में मुख्यमंत्री ने कहा कि पीड़ितों की हर समस्या की सुनवाई हो। कानून से खिलवाड़ करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धन के अभाव में नहीं रुकेगा इलाज
धनाभाव में इलाज में आ रही समस्या को लेकर भी एक महिला जनता दर्शन में पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड है, लेकिन इलाज में इससे अधिक पैसे की जरूरत है। जिस पर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहा कि धन के अभाव में किसी का भी इलाज कतई नहीं रुकेगा। तत्काल ही सीएम आवास से केजीएमयू वीसी और सीएमएस को इस संदर्भ में सूचित कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया। वहीं उन्नाव में तैनात सहायक अध्यापिका ने बताया कि उनका बच्चा काफी अस्वस्थ है और इलाज लखनऊ में चल रहा है। पति भी बाहर रहते हैं। वे लखनऊ स्थानांतरण चाहती हैं। सहायक अध्यापिका की समस्या सुनकर सीएम ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।