Lucknow Crime: एक महीने में लखनऊ की साइबर क्राइम टीम ने वापस कराए ₹1 करोड़, 21 आरोपी गिरफ्तार
Lucknow Crime: मामले में पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर कई केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। इसके बाद कार्रवाई के दौरान यह रकम लोगों के खाते में वापस कराई गई।
Lucknow Crime: लखनऊ में साइबर क्राइम पर नकेल कसने में जुटी पुलिस टीम ने बीते एक महीने में मासूम लोगों के खाते से धोखे से ट्रांसफर की गई करीब एक करोड़ रुपये की रकम को वापस कराया है। यह रकम कई लोगों से धोखाधड़ी कर साइबर क्रिमिनल्स ने विभिन्न खतों में ट्रांसफर करा ली थी। मामले में पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर कई केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। इसके बाद कार्रवाई के दौरान यह रकम लोगों के खाते में वापस कराई गई। साथ ही 21 आरोपियों को भी गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा गया है।
13 मामलों में हुई रिकवरी
साइबर क्राइम सेल से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सितंबर 2024 मुकदमा संख्या 103/2024 में सबसे पहले 50 हजार रुपये की रिकवरी हुई। इसके बाद 28 सितंबर को एक अन्य मामले में पुलिस को महीने की आखिरी रिकवरी 16,99,650 करने में सफलता मिली। पूरे महीने में कुल 13 मामलों में पुलिस ने कई बार में एक करोड़ से अधिक रुपये वापस कराए। रिकवरी में साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार यादव, उ0नि0 गुलाम हुसैन, कांस्टेबल रवि चौधरी, सुग्रीश, सौरभ गंगवार, राजेश तिवारी और महिला कांस्टेबल दीपमाला शामिल रही।
यह तरीके अपनाते हैं साइबर अपराधी
साइबर अपराधियों ने ठगी के नए तरीके तलाश लिए हैं। अब यह लोग AI और एडिटिंग टूल्स के माध्यम से लोगों को ठग रहे हैं। खासतौर से जज, पुलिस अधिकारी, CBI, इनकम टैक्स समेत अन्य विभागों के नाम पर अब ऐसे अपराधी लोगों को ठग रहे हैं। यह लोग पहले किसी को फोन कर उनके बच्चों और रिश्तेदारों को किसी आपराधिक मामले में फंसने की बात कहकर कार्रवाई के नाम पर दबाव बनाते हैं। उसके बाद कार्रवाई से बचाने के नाम पर लोगों से पैसा ऐंठ लेते हैं। कई मामलों में यह लोग गिरोह बनाकर न्यूड वीडियो कॉल आदि करने के नाम पर भी लोगों की फर्जी तस्वीरें और वीडियो बनाकर उसे वायरल करने के नाम पर लोगों से ठगी को अंजाम देते हैं। साथ ही अक्सर ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब ऑनलाइन जॉब करने के नाम पर भी लोगों से ठगी की गई है।