Lucknow Crime: जीजा और साले मिलकर बनते थे ज्योतिष, महिलाओं और बुजुर्गों से करते थे टप्पेबाजी, गिरफ्तार

Lucknow Crime: डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि 5 अक्टूबर को चिनहट थानाक्षेत्र के माधव ग्रीन सिटी निवासी पुष्पा पांडेय पत्नी सुधाकर पांडेय ने थाने पर तहरीर दी थी।;

Written By :  Santosh Tiwari
Update:2024-12-09 16:06 IST

पुलिस गिरफ्त में आरोपी: Photo- Newstrack

Lucknow Crime: राजधानी लखनऊ की चिनहट पुलिस ने सोमवार को टप्पेबाजी की ऐसी घटना का खुलासा किया है। जिसमें जीजा और उसके दो साले आपस में मिलकर ज्योतिषी और फरियादी बनकर लोगों से ठगी को अंजाम देते थे। इसके बाद फरार हो जाते थे। तीनों आरोपी बाराबंकी जिले के रहने वाले थे वारदात के लिए यह लखनऊ आते थे और वारदात करने के बाद वापस बाराबंकी लौट जाते थे। सोमवार को डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने मामले का खुलासा किया है। साथ ही तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इनके पास से टप्पेबाजी से हड़पी गई चेन, चार अंगूठी, नकदी और मोबाइल बरामद किए हैं। 

बातों में उलझाया, घर की समस्याएं दूर करने के नाम पर की वारदात

डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने बताया कि 5 अक्टूबर को चिनहट थानाक्षेत्र के माधव ग्रीन सिटी निवासी पुष्पा पांडेय पत्नी सुधाकर पांडेय ने थाने पर तहरीर दी थी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि अज्ञात आरोपियों ने उसके पिता को बातों में उलझाकर जेवरात और मोबाइल ले लिए थे। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज छानबीन शुरू की गई थी। वहीँ, 2 दिसंबर 2024 को गोमती नगर के वास्तुखण्ड निवासी नितेश श्रीवास्तव ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई जिसमें उन्होंने बताया कि आरोपी उनके पिता को बातों में उलझाकर उनकी जंजीर और अंगूठी उतरवाकर ले गए हैं। इस संबंध में भी केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई थी।

सीसीटीवी की मदद से खुलासा

डीसीपी ईस्ट ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से मामले का खुलासा किया गया। फुटेज में आरोपियों की पहचान हुई इसके बाद उनकी तफ्तीश शुरू की गई। जाँच के बाद पुलिस टीम ने बाराबंकी जनपद के हुजाजी थाना देवा निवासी असलम पुत्र यार मोहम्मद, अमजद अहमद पुत्र नसीर और अकरम पुत्र यार मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। इनमें अकरम और असलम सगे भाई हैं जबकि अमजद उनका जीजा है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह लोग इधर-उधर घूम कर बुजुर्गों व महिलाओं को देखकर उन्हे अपनी बातों में उलझाते थे। इस बीच दूसरा व्यक्ति अनजान बनकर वहीँ आ जाता तथा उससे भी पता पूछने के बहाने उसे हरिद्वार से आया संत बताकर उसकी पारिवारिक समस्या के बारे में बताते तो वह व्यक्ति समस्या सही बताता। दूसरा व्यक्ति झाँसे में आकर अपनी पारिवारिक समस्या बताता इसके बाद समस्या दूर करने के नाम पर उनसे ठगी को अंजाम देता। पुलिस ने आरोपियों के पास से चेन, नकदी, अंगूठी, मोबाइल आदि बरामद किया गया है। फ़िलहाल आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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