Lucknow News: उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर कसा तंज, विपक्ष का बताया मुद्दाविहीन

Lucknow News: केशव प्रसाद मौर्य ने कहा ऐसे सभी राजनीति दल के नेता जो आज पटना में एकत्र थे। उन दलों के पास भाजपा के खिलाफ और मोदी जी के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है।

Update: 2023-06-23 17:07 GMT
Deputy CM Keshav Prasad Maurya (Pic: Newstrack)

Lucknow News: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि जिनका परिवार तंत्र ही लोकतंत्र था, जिनके परिवार की राजनीति खतरे में है, जिनके भ्रष्टाचार का खुलासा हो रहा है, ऐसे सभी मुद्दाविहीन विपक्षी दलों के नेता आज पटना बैठक में सम्मिलित हुए। उन्होंने कहा कि बैठक में शामिल होने वाले दलों का एजेण्डा एक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों की केन्द्र सरकार के अभूतपूर्व निर्णयों का विरोध ही विपक्ष का एजेण्डा है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का विरोध करने वाले, अयोध्या में भव्य राममंदिर के निर्माण में बाधक तथा रामभक्तो पर गोली चलाने वाले, गरीब विरोधी, किसान विरोधी, भाजपा विरोधी, राष्ट्र के विकास के विरोधी तथा मोदी के विरोधी पटना में बैठक में सम्मिलित हुए। मौर्य ने कहा पटना में विपक्षियों की बैठक खोदा पहाड़ निकली चुहिया जैसी है, इस बैठक का कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। बैठक में शामिल नेताओं ने प्रधानमंत्री पद के अपनी दावेदारी को भी नहीं छोड़ा है।

उन्होंने विपक्षी दलो की बैठक पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल मिले न मिले हाथ मिलाते चलिए, अपना-अपना भ्रष्टाचार छिपाते चलिए। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। मौर्य ने कहा ऐसे सभी राजनीति दल के नेता जो आज पटना में एकत्र थे। उन दलों के पास भाजपा के खिलाफ और मोदी जी के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है। मुद्दाविहीन तथाकथित विपक्ष को मोदी फोबिया हो गया है। सांप और नेवला जैसे संग नहीं रह सकते, केर-बेर का संग नहीं हो सकता उसी प्रकार अवसरवादी दल एक नहीं हो सकते। उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा-कांग्रेस का बेमेल गठबंधन हुआ। लेकिन आज की पटना की बैठक में केवल समाजवादी पार्टी हिस्सेदार रही और बसपा, रालोद ने किनारा कर लिया।

23 जून को पटना में बैठक हो रही है। कल तक जिन राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को नारा हुआ करता था कि कांग्रेस हटाओ, देश बचाओं। वहीं राजनीति दल और उसके नेता आज कांग्रेस पार्टी की कठपुतली बनें हुए है। 2024 के लोकसभा चुनाव में एक तरफ माननीय नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा और उसका गठबंधन होगा। दूसरी ओर राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी के पीछे खडे वह राजनीति दल होगें। जो एक दूसरे से विपरीत ध्रुवों पर खडे़ हुए है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कह रही है कि कांग्रेस पार्टी को पश्चिम बंगाल में हमारे खिलाफ धरना नहीं देना चाहिए। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कह रहे है कि कांग्रेस को पंजाब और दिल्ली से अपना दावा छोड़ देना चाहिए। उत्तर प्रदेश में सपा मुखिया अखिलेश यादव कहते है कि कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में अपना दावा छोड़ देना चाहिए। जिन दलों की लोकसभा में कोई सदस्य संख्या नहीं है और जिनका भविष्य में भी कोई सदस्य संसद में पहुंचेगा या नहीं इसकी भी संभावना नहीं है, ऐसे दल भी बैठक का हिस्सा है।

मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 2014 से 2023 तक भ्रष्टाचार के अनेक मामलों की जांच करके छापे डालकर एक लाख करोड़ से अधिक की जो गरीबों, किसानो, मजदूरों तथा देश के विकास की योजनाओं को लूट करके, देश की सुरक्षा से समझौता करके अपने खजाने भरे थे, उनकी बरामदगी हुई है। पटना में एकत्र दल चाहते है कि हम कांग्रेस का साथ तब देगें जब कांग्रेस उनके राज्य में चुनाव से पीछे हट जाये।

केशव प्रसाद मौर्य ने पटना में विपक्षी दलों की बैठक में सीएमपी (कामन मिनिमन प्रोग्राम) का सही मतलब बताते हुए कहा कि करप्शन मैक्सिमम प्रोग्राम ही इन दलों का सीएमपी है। राजनीति में अपने परिवार को बचाने की कवायद है। भारतीय राजनीति में परिवारवाद का शिरोमणि गांधी परिवार इनका लालू, अखिलेश, ममता, स्टालिन, हेमंत, महबूबा, ठाकरे, पवार परिवार रोल मॉडल बन चुका है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भ्रष्टाचार व परिवारवादी राजनीति के खिलाफ मुहिम में इनकी कोई भी चाल सफल नहीं होने वाली, इनके दलदल से अगले साल कमल ही खिलेगा।

उन्होनें कहा कि यह पहली बार साथ मिलकर नहीं लड़ रहे है। अलग-अलग राज्यों में यह दल पहले भी भाजपा के खिलाफ एक जुट होकर लड़ चुके है। उत्तर प्रदेश से होकर दिल्ली का रास्ता जाता है, यहां सपा-बसपा-कांग्रेस एक दूसरे के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ ताल ठोंक चुके है, लेकिन पिछले दो लोकसभा व दो विधानसभा चुनावों में इतनी बुरी गत हुई कि उससे अभी तक उबर नहीं सके है। उन्होने कहा कि विपक्ष के नेता मोदी जी को गाली देते नहीं थकते, लेकिन जनता मोदी को आशीर्वाद देते नहीं थकती है। मोदी देश ही नहीं आज दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बन चुके है। विपक्ष के नेताओं को पीएम बढ़ती लोकप्रियता से खौफ पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में 2019 से बड़ी जीत होगी। सारा विपक्ष एक हो जाने के बाद भी 2024 में 300 का भाजपा अकेले तथा एनडीए के साथ 400 का आंकड़ा पार करेगी।

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