Lucknow News: पुनर्वास विवि में शुरू होगा चुनाव विश्लेषण का कोर्स, विभागों ने प्रस्तुत की कार्ययोजना

Rehabilitation University: राजनीति शास्त्र एवं लोक प्रशासन विभाग के अध्यक्ष डा. आशुतोष पांडेय के मुताबिक नए शैक्षिक सत्र से विवि में दो डिप्लोमा कोर्स शुरू होंगे। इनमें चुनाव विश्लेषण और मानव अधिकार शामिल हैं।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-05-22 07:15 GMT
Lucknow News: डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से नए शैक्षिक सत्र में दो डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाएंगे। छह माह के इस कोर्स में विद्यार्थी चुनाव विश्लेषण के बारे में सीख सकेंगे। वहीं मानव अधिकार के विषय पर भी डिप्लोमा कोर्स शुरू होगा। इस कोर्स में डेटा कलेक्शन से लेकर उसका मूल्यांकन करने की तकनीक और फील्ड वर्क के बारे में बताया जाएगा। राजनीति शास्त्र एवं लोक प्रशासन विभाग के अध्यक्ष डा. आशुतोष पांडेय ने कुलपति प्रो. संजय सिंह के सामने इस पर कार्ययोजना प्रस्तुत की है। 

दो डिप्लोमा कोर्स होंगे शुरू

पुनर्वास विवि के कुलपति प्रो. संजय सिंह के निर्देश पर विभागों का प्रस्तुतिकरण हुआ। जिसमें सभी विभागों ने अपनी कार्ययोजनाएं प्रस्तुत की। पहले दिन राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र एवं इतिहास विभाग ने अपनी आगामी कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण दिया। राजनीति शास्त्र एवं लोक प्रशासन विभाग के अध्यक्ष डा. आशुतोष पांडेय के मुताबिक नए शैक्षिक सत्र से विवि में दो डिप्लोमा कोर्स शुरू होंगे। इनमें चुनाव विश्लेषण और मानव अधिकार शामिल हैं। चुनाव विश्लेषण डिप्लोमा कोर्स में डेटा कलेक्शन, मूल्यांकन, प्रश्नोत्तरी तैयार करने सहित कई चीजें पढ़ाई जाएंगी। 

पीजी में बौद्ध परंपरा के बारे में जानेंगे छात्र

डा. आशुतोष पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत राजनीति शास्त्र में पीजी स्तर पर भारतीय राजनीतिक विचारक कौटिल्य, मनु, जैन परंपरा, बौद्ध परंपरा, महाभारत का शांतिपर्व जैसे पाठ पढ़ाए जाएंगे। साथ ही छात्रों को विभाग में प्राचीन एवं मध्यकालीन दर्शन, शोध प्रविधि, लैंगिक भेद, पर्यावरण और भारतीय राजनीतिक व्यवस्था जैसे पाठ्यक्रमों के बारे में बताया जाएगा। कुलपति प्रो. संजय सिंह ने शोध में दिव्यांगता केंद्रित शोध को बढ़ाते देने को कहा। 

इहितास विभाग में शुरू होगा डिप्लोमा कोर्स 

राजनीति विज्ञान विभाग के अलावा यहां इतिहास विभाग का भी प्रस्तुतीकरण हुआ। इतिहास विभाग के प्रेजेंटेशन में बताया गया कि विभाग में पुरातत्व एवं संग्रहालय विज्ञान तथा हेरिटेज टूरिज्म में एक वर्षीया डिप्लोमा पाठ्यक्रम शुरू होगा। वहीं स्नातक तथा परास्नातक पाठ्यक्रम में सीबीसीएस एवं नवाचार को शामिल किया जाएगा।



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