Lucknow News: एक लाख लीटर पानी लगा फिर भी नहीं बुझी आग, 30 घंटे से सुलग रहा गोदाम
लखनऊ में लाटूश रोड पर एक इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण की दुकान पर गुरुवार को भीषण आग लग गई। आग 30 घंटों के बावजूद भी बुझाई नहीं जा सकी है। शुक्रवार को SDRF टीम भी मौके पर पहुंची है।
Lucknow News: लखनऊ के अमीनाबाद में लगी आग 30 घंटों के बावजूद भी बुझाई नहीं जा सकी है। आग बुझाने में अब तक तकरीबन एक लाख लीटर पानी का इस्तेमाल किया जा चुका है। इसके बावजूद अभी तक गोदाम सुलग रहा है। बृहस्पतिवार की सुबह लगी आग अब भी काबू में नहीं है। घटना से आसपास के लोगों में दहशत है। एहतियात के तौर पर पुलिस ने आसपास की दुकानें बंद करवाने के बाद इलाके को भी खाली कराया है। शुक्रवार को SDRF टीम भी मौके पर पहुंची है।
यह थी पूरी वारदात
बृहस्पतिवार को अमीनाबाद में लाटूश रोड पर एक
में आग लग गई। थोड़ी ही देर में आग ने पूरी चार मंजिला इमारत को चपेट में ले लिया। हादसे के दौरान बिल्डिंग मालिक संजय जायसवाल अपने परिवार के साथ अंदर ही मौजूद थे। धुआं देखकर स्थानीय दुकानदारों ने उन्हें बिल्डिंग में आग की सूचना दी थी। वह बाहर निकल पाते इसके पहले ही पूरी बिल्डिंग में धुआं भर गया था और वह परिवार समेत अंदर ही फंस गए थे। आग की सूचना पर मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी को बाहर निकाला। हालांकि शुक्रवार को करीब 30 घंटे बीतने के बावजूद अभी तक आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
आवासीय इमारत में चल रहा था गोदाम
बृहस्पतिवार को जिस इमारत में आग लगी वह चार मंजिल की थी। इमारत की पहली मंजिल पर व्यापारी संजय जायसवाल की इलेक्ट्रिक उपकरणों की दुकान थी। जबकि दूसरी और तीसरी मंजिल पर व्यापारी का परिवार और कर्मचारी रहते हैं। चौथी मंजिल पर व्यापारी ने गोदाम बना रखा था जिसमें करोड़ों का माल भरा हुआ था। बताया जा रहा है कि इमारत के अंदर भी डबल बेसमेंट बना था और इसमें भी माल भरा था। घटना से बिल्डिंग में रखा करोड़ों का माल और घरेलू सामान जलकर राख हो गया है। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इमारत आवासीय थी जबकि इसका इस्तेमाल कमर्शियल के तौर पर हो रहा था। हालांकि, आधिकारिक रूप से अभी तक कोई भी इस पर कुछ भी कहने से बच रहा है।
पूरा माल बाहर निकले तभी बुझेगी आग
जानकारों का कहना है कि गोदाम के अंदर प्लास्टिक, गत्तों और रबर मटेरियल समेत करोड़ों रुपये का इलेक्ट्रिक सामान अब भी मौजूद है। इसी वजह से रुक रुक कर आग सुलगती जा रही है। फायर अधिकारियों का कहना है कि अब गोदाम के अंदर से सारा सामान बाहर निकालना पड़ेगा तभी पूरी तरह से आग पर काबू पाया जा सकेगा। यदि माल अंदर रखा रहेगा तो किसी भी समय आग दोबारा भड़कने की संभावना है। मौके पर फायर विभाग के साथ ही SDRF, पुलिस और नगर निगम के कर्मचारी भी मौजूद हैं।
आग के मुहाने पर सजती हैं दुकानें
अमीनाबाद समेत आसपास के इलाकों में रोजाना अरबों रुपये की बिक्री होती है। यहां फुटपाथ विक्रेताओं से लेकर अनगिनत बड़े शो रूम हैं। इनमें कपड़े, दवा, मशीनरी, पेंट, खानपान, खिलौने, ज्वैलरी, स्टेशनरी, किताबें, गृह सज्जा, बर्तन, घरेलू उत्पाद, आयुर्वेद, गृह निर्माण आदि से संबंधित सैकड़ों दुकानें हैं। यहां कई गालियां ऐसी भी हैं जिनमें दिन के समय पैदल निकलना मुश्किल होता है। इन दुकानों से बड़े पैमाने पर फुटकर और थोक खरीददारी की जाती है। गलियों में दुकानें होने के चलते कई बार हादसे होते हैं और रेस्क्यू टीम्स को हमेशा यहां काम करने में तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद जिम्मेदारों की ओर से इस इलाके के लिए कोई भी कार्य योजना तैयार नहीं की जाती है। लोगों का कहना है कि यहां रोजाना आग के मुहाने पर दुकानें सजती हैं और हजारों लोग जान हथेली पर रखकर ही यहां आवागमन करते हैं।