Lucknow News: सैरपुर में इलेक्ट्रिक उपकरण गोदाम में भड़की आग, 10 करोड़ का सामान जला

Lucknow News: गोदाम के किनारे बने एक टीनशेड में अब भी आग बुझाने का काम जारी है। सैरपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है।

Report :  Santosh Tiwari
Update:2024-10-08 12:37 IST

आग लगने से जला सामान (Pic: Newstrack)

Lucknow News: लखनऊ में आग लगने की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मंगलवार की सुबह सैरपुर थानाक्षेत्र में बने विद्युत उपकरणों के गोदाम में अचानक आग लग गई। गोदाम में मौजूद मजदूरों ने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने फायर ब्रिगेड को बुलाया और अपने स्तर से आग बुझाने के प्रयास किए। कड़ी मशक्कत के बाद सैरपुर पुलिस और फायर विभाग ने आग पर काबू पाया। हालांकि आग अब भी पूरी तरह से नहीं बुझ सकी है। गोदाम के किनारे बने एक टीनशेड में अब भी आग बुझाने का काम जारी है। सैरपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है बस पास के एक टीनशेड में थोड़ी सी आग होने की आशंका है उसे भी जल्द ही बुझा दिया जाएगा। 

₹10 करोड़ के नुकसान की आशंका

सैरपुर थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे आग लगने की सूचना मिली थी। इसके तत्काल बाद थाने की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने हादसे की सूचना फायर विभाग को दी और फायर की टीम भी तत्काल वहां पहुंच गई। उन्होंने बताया कि गोदाम गोखले मार्ग निवासी मयंक सेठ संचालित कर रहे थे। मयंक के अनुसार गोदाम में रखा करीब ₹10 करोड़ का सामान जला है। हालांकि इस बात की अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

कारण स्पष्ट नहीं, शॉर्ट सर्किट की आशंका

आग क्यों लगी अभी तक इसके कारण स्पष्ट नहीं हो सके हैं। फायर विभाग की जांच में ही कारणों का खुलासा हो सकेगा। आशंका है कि आग शॉर्ट सर्किट या फिर एसी का कंप्रेसर फटने से लगी होगी। फिलहाल अभी तक यह पुष्टि नहीं हो पा रही है। वहीं, प्रथम दृष्टया गोदाम में फायर फाइटिंग के आवश्यक इंतजाम भी नहीं दिखे हैं।

एक महीने पहले नोटिस देकर भूला विभाग

गोदाम संचालन को लेकर एक महीने पहले फायर विभाग ने नोटिस जारी किया था। हालांकि नोटिस देने के बाद विभाग दोबारा जांच करना भूल गया। नोटिस में फायर फाइटिंग को लेकर आवश्यक इंतजाम करने की बात कही गई थी। यह बात CFO मंगेश कुमार ने न्यूज़ट्रैक को बताई है। हालांकि इस खुलासे से फायर विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यदि विभाग समय रहते नोटिस की जांच और उस पर हुई कार्रवाई की हकीकत परख लेता तो शायद यह घटना न होती।

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